दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा भले न हुई हो, दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार के बीच कानूनी बंदोबस्तों को लेकर क्यों ना आए दिन खींचतान मची रहती हो, इसके बाद भी दिल्ली पुलिस कमिश्नर हैं कि मानते नहीं। दो-चार दिन पहले ही दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कई सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) इधर से उधर किए थे। उन्होंने अब दो एसीपी सहित 32 इंस्पेक्टर फिर इधर से उधर कर दिए हैं। ट्रांसफर लिस्ट में सबसे ज्यादा थानों के एसएचओ शामिल हैं।
सोमवार को जारी भारी-भरकम तबादला सूची में इस बार जिन दो सहायक पुलिस आयुक्तों का नाम अंकित है उनमें हैं ए. वेंकटेश और महेश कुमार। ए. वेकटेश दानिप्स अधिकारी हैं। उन्हें सुरक्षा दृष्टि से दक्षिण पश्चिम जिले के कैंट सब-डिवीजन का एसीपी बनाया गया था। जबकि महेश कुमार को सीमापुरी (शाहदरा जिला) से मध्य जिले के जन शिकायत (लोक शिकायत पीजी सेल) प्रकोष्ठ भेजा गया था।
इसी आदेश में तत्काल बदलाव करके महेश कुमार का तबादला पीजी सेल मध्य जिला का रद्द कर दिया गया है। उसके बाद महेश कुमार को, ए. वेंकटेश को पहले भेजे जाने वाली पोस्टिंग यानि कैंट सब-डिवीजन का एसीपी बना डाला गया है। जबकि ए. वेंकटेश को जारी इसी तबादला आदेश में फरमान सुनाया गया है कि, अब वे दिल्ली कैंट सब-डिवीजन न जाकर, दिल्ली पुलिस की सुरक्षा विंग में ही रहेंगे। दो
एसीपी के एक ही तबादला आदेश में आनन-फानन में यह बदलाव क्यों? इसका जबाब पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से लेकर कोई भी देने को राजी नहीं है। न ही तबादला आदेश में इस रद्दो-बदल का कहीं कोई जिक्र किया गया है।
इस ट्रांसफर आदेश में विशेष बात यह भी है कि चंद दिन पहले दिल्ली पुलिस विशेष आयुक्त (सामान्य प्रशासन) पद से सेवा-निवृत्त हुए राजेश मलिक के स्टाफ अफसर (एसओ) रहे इंस्पेक्टर सुधीर कुमार को 25 नवंबर 2019 को जारी तबादला सूची में शाहदरा जिले के जीटीबी एन्क्लेव थाने का एसएचओ बनाया गया था।
यह आदेश इंस्पेक्टर सुधीर कुमार के ‘बॉस’ यानि आईपीएस राजेश मलिक की दिल्ली पुलिस से सेवा-निवृत्ति से (विदाई से) ठीक 5-6 दिन पहले ही जारी कर दिया गया था। पूर्व में जारी उस आदेश को रद्द कर दिया गया है। सुधीर कुमार को अब आदर्श नगर थाने का एसएचओ बना डाला गया है।
इस नए आदेश में सुधीर कुमार की मौजूदा पोस्टिंग दिल्ली पुलिस मुख्यालय ही दर्शाई गई है। यानि पूर्व में जीटीबी एन्क्लेव थाने की पोस्टिंग शायद सुधीर कुमार की मर्जी की नहीं रही होगी। लिहाजा जब उन्होंने जीटीबी थाने का एसएचओ बनना गंवारा नहीं किया तो अब उनकी भी मुराद इस नयी सूची में पूरी कर दी गई है। हालांकि इस रद्दो-बदल का भी जिक्र पुलिस कमिश्नर के इस नए तबादला आदेश से गायब है।
अब जब दिल्ली विधानसभा के चुनावों की अधिकृत घोषणा कभी भी हो सकती है। उससे ठीक पहले दिल्ली पुलिस कमिश्नर राष्ट्रीय राजधानी पुलिस में एक के बाद एक तबादला सूचियां जारी करके सबको हैरत में डाल रहे हैं।
दिल्ली पुलिस के एक आला अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर सोमवार को आईएएनएस से कहा, ‘सीपी साहब 31 जनवरी 2020 को ही रिटायर होने वाले थे। जब से उन्हें यह विश्वास सा होने लगा कि अब वे चुनाव कराकर ही दिल्ली पुलिस कमिश्नर की कुर्सी से हिलेंगे, तब से उन्होंने एक के बाद एक ट्रांसफर सूचियां जारी करने की मानो झड़ी लगा दी है।”
इसी अधिकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस छोड़ने से ठीक पहले सीपी अगर ताबड़तोड़ ट्रांसफर नहीं करेगा तो भला उसे फिर कब दुबारा मौका मिलेगा?
अब 30 दिसंबर को पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक द्वारा थोक के भाव में बदले गए इंस्पेक्टर, एसएचओ की नई तबादला सूची में 32 इंस्पेक्टरों का नाम दर्ज है। इनमें अधिकांश थानों के एसएचओ को बस इधर से उधर यानि एक थाने से दूसरे थाने भेजने की ही कसरत की गई है।
कुछ मामलों में दिल्ली पुलिस की सूखी पोस्टिंग काट रहे इंस्पेक्टरों की किस्मत भी तबादला सूची में एसएचओ बनकर खुल गई है। हालांकि इधर-उधर की पोस्टिंग काट रहे ऐसे इंस्पेक्टरों की संख्या इस लंबी चौड़ी तबदला सूची में नगण्य ही है, जिन्हें एसएचओ बनने का सौभाग्य नसीब हुआ हो।