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    केजरीवाल ने बढ़ाए दिल्ली में पानी के दाम

    दिल्ली वासी भले इस बात पर खुश हो सकते है कि वो हिंदुस्तान की राजधानी में रहते है लेकिन धरताल की हकीकत पर दिल्ली की हालत भी कुछ वैसी ही है जैसी बाकि राज्यों की है। किसी किसी मामलों में तो दिल्ली बद से बदत्तर है। हालात इतने नाजुक है कि दिल्ली सिर्फ फिल्मों में ही आपको आकर्षित करती है वास्तव में दिल्ली में रहना कितना कठिन है यह दिल्ली वासियों से ही कभी पूछ कर देखिए।

    खराब मौसम और जहरीले कोहरे के बाद अब दिल्ली वासियों पर महंगे पानी की मार पड़ी है। जी हां, सरकार ने दिल्ली निवासियों को एक बड़ा झटका देते हुए पानी की कीमतों में करीब 20 फीसदी तक का इजाफा करने का निर्णय लिया है।

    दिल्ली में वैसे भी पानी की किल्लत रहती है। अक्सर समाचार चैनलों और अखबारों में दिल्ली में पानी की किल्ल्तों के समाचार देखने और पढ़ने को मिल जाते है। इन बातों को आप पार्टी भी जानती है, यही कारण है कि चुनाव के समय में आप पार्टी ने बजली और पानी के मुद्दे को जोर शोर से उठाया था लेकिन अब सस्ते बिजली और सस्ते पानी का वादा करके सत्ता में आने वाली ‘आप’ पार्टी इन मुद्दों की अनदेखी कर रही है।

    पार्टी पर अब वादाखिलाफी के आरोप लग रहे है। इस फैसले पर चारो तरफ से हो रहे सियासत के खिलाफ आम आदमी पार्टी के नेता नगेंद्र शर्मा ने अपना मोर्चा संभाल लिया है।

    लोगों को भरोसा दिलाते हुए नगेंद्र ने कहा है कि “ऐसा नहीं है कि पानी की कीमतों में इजाफा किया जा रहा है। जिन लोगों को मुफ्त जल उपलब्ध करवाया जा रहा है या जो महीने में 20,000 लीटर तक जल का इस्तेमाल कर रहे है उनके लिए किसी भी प्रकार की कोई कीमत नहीं बढ़ाई गयी है लेकिन 20,000 लीटर से अधिक पानी खर्च करने वालों के जल और सीवर चार्ज में 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गई है”

    केजरीवाल के इस फैसले पर आम आदमी के बागी नेता और दिल्ली के पूर्व जल बोर्ड के चेयरमैन कपिल मिश्रा ने हमला किया है। उन्होंने सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा करते हुए पूछा है कि “क्या केजरीवाल के जल मंत्री बनते ही दिल्ली जल बोर्ड अचानक घाटे में चला गया जो कीमतों में बढ़ोतरी की गयी है।”

    केजरीवाल सरकार को लपेटे में लेते हुए कपिल ने कहा है जो पैसा आप मेट्रो पर लगाने को तैयार थे उन्ही पैसों को पानी पर लगा कर जल का दाम बढ़ने से रोक लीजिये याद रखिये, अपने कार्यकाल में मैने पानी के दाम नहीं बढ़ने दिए थे।