दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए अब एक महीने से भी कम समय रह गया है, ऐसे में कांग्रेस पार्टी शुक्रवार को अभियान शुरू करने जा रही है। पार्टी नेताओं ने कहा कि इस अभियान के माध्यम से कांग्रेस लोगों से पार्टी के घोषणा-पत्र के लिए सुझाव और विचार मांगेगी।
दिल्ली प्रदेश इकाई के प्रमुख सुभाष चोपड़ा के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर अभियान को लॉन्च करेंगे। राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस की सत्ता वर्ष 1998 से 2013 तक 15 साल रही थी। 2015 में 70 सीटों वाली विधानसभा के लिए हुए चुनाव में पार्टी अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी।
पार्टी सत्ता पर वापसी करने का प्रयास कर रही है। केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार और प्रदेश की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर वह शहर में विकास कार्यो को रोकने का आरोप लगा रही है।
कांग्रेस ने पहले ही तीन बार की दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजधानी में विकास को उजागर करते हुए अपना अभियान शुरू किया है। दीक्षित का पिछले साल निधन हो गया था।
पार्टी की मुख्य चुनाव समिति की बैठक शनिवार को होनी है, जिसके बाद रविवार को दो दर्जन से अधिक उम्मीदवारों की पहली सूची पार्टी जारी कर सकती है।
दिल्ली में आठ फरवरी को विधानसभा के चुनाव होने हैं और 11 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
पिछली बार हुए चुनाव में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने यहां की 70 सीटों में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जहां भाजपा को बाकी की तीन सीटें मिली थीं। वहीं कांग्रेस के हाथ खाली रहे थे।