दिल्ली मेट्रो का फेस IV प्रोजेक्ट जिसका बहुत समय से उत्सुकता से इंतज़ार था उसे अब केजरीवाल सरकार की हरी झंडी मिल गयी है। इसका काम केंद्र से मंज़ूरी मिलते ही शुरू हो जाएगा एवं इससे दिल्ली मेट्रो में 6 नए कॉरिडोर एवं 79 नए स्टेशन और जुड़ेंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर जानकारी दी एवं कहा की वे चाहते हैं की दिल्ली को विश्व के चुनिन्दा शहरों में गिना जाए।हर दिल्लीवासी को- चाहे अमीर हो या ग़रीब- अपनी दिल्ली पे गर्व हो।
दिल्ली के लिए ख़ुशख़बरी। शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी में क्रांतिकारी सुधार के बाद अब ट्रांसपोर्ट में बड़े पैमाने पर सुधार होंगे। इससे प्रदूषण भी कम होगा
मेरा सपना है कि दिल्ली दुनिया के चुनिंदा शहरों में गिना जाए।हर दिल्लीवासी को- चाहे अमीर हो या ग़रीब- अपनी दिल्ली पे गर्व हो https://t.co/cvkPv5NSpA
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 19, 2018
नए कॉरिडोर के बारे में जानकारी:
दिल्ली मेट्रो के फेज़ IV प्रोजेक्ट में छह नए कॉरिडोर बनेंगे जिनमे रिथाला-बावाना-नरेला, जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम, मुकुंदपुर-मौजपुर, इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ, एयरो सिटी-तुगलकाबाद और लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक शामिल हैं।
नए कॉरिडोर के बारे में कुछ ख़ास बातें :
नया कॉरिडोर मुख्य रूप में इस राजधानी के दूर-दराज के इलाको को जोड़ने के लिए निर्मित किया जा रहा है। फेज़ 4 प्रोजेक्ट की लम्बाई 103 किलोमीटर बतायी जा रही है। इस कॉरिडोर के पूरा बन्ने पर इसमें 79 स्टेशन होंगे एवं इनमे बीच में बदलने के लिए कुल 20 इंटरचेंज पॉइंट होंगे।
दिल्ली सरकार ने तीन मेट्रो कॉरिडोर जोकि रिथला-बावाना-नरेला, जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम और मुकुंदपुर-मौजपुर हैं इनके ऊपर से ऊंची सड़कों का निर्माण करना भी आरम्भ कर दिया है। इससे पता चलता है की ये तीन कॉरिडोर अंडरग्राउंड होंगे।
विभिन्न कॉरिडोर की दूरियां :
फेज़ IV प्रोजेक्ट में निम्न कॉरिडोर हैं : रिथला-बावाना-नरेला (21.73 किमी, ऊंचा), जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम (28.92 किमी, 21.18 किमी एलिवेटेड), मुकुंदपुर-मौजपुर (12.54 किमी, एलिवेटेड), इन्द्रलोक-इंद्रप्रस्थ (12.58 किमी, भूमिगत), एयरो सिटी-तुगलकाबाद (20.2 किमी, 5.58 किमी ऊंचा), लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक (7.96 किमी, 5.89 किमी, एलिवेटेड) हैं।
निर्माण की लागत :
इस फेज़ IV प्रोजेक्ट की 2024 तक पूरी होने की संभावना है एवं इसके पूरे होने के बाद मेट्रो नेटवर्क 454 km लंबा हो जायगा। इसके निर्माण कार्य की लागत का अनुमान 45000 करोड़ रूपए है जिनमे से दिल्ली सरकार 9707 करोड़ देगी।दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बयान दिया की इसके शुरू होने के बाद इससे शहर में प्रदुषण कम होगा।