आज किसानों के आंदोलन को 20 दिन हो चुके हैं। 20 दिन से लगातार ये आंदोलन चल रहा है। किसी बातचीत या बीच के रास्ते की गुंजाइश नहीं दिख रही है। अभी तक समाधान के आसार नहीं दिख रहे हैं। वहीं प्रधानमंत्री ने आज गुजरात के कच्छ का एक दिवसीय दौरा किया है। वहां उन्होंने किसानों से बातचीत की है जिसमें सिख किसान भी शामिल हैं।
दिल्ली आये किसान किसी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं। किसान कई तरह से विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। सोमवार को किसानों ने एक दिवसीय भूख हड़ताल की थी, जिसके समर्थन में आम आदमी पार्टी ने भी पूरे देश से उपवास की अपील की थी। किसानों के मुताबिक और भी बहुत से किसान इस आंदोलन में शामिल होने वाले हैं। देश के दूसरे राज्यों से आकर किसान इस आंदोलन को और तेज करेंगे।
सरकार का कहना है कि बिल किसानों के हित में है। लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं। सरकार ने बिल में संशोधन का विकल्प रखा है पर किसान बिल को वापस लेने पर अड़े हैं। किसानों को MSP खत्म होने को लेकर भी भड़काया जा चुका है। सरकार ने अपनी तरफ से साफ किया है कि MSP जारी रहेगी।