दिल्ली में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले भाजपा और दिल्ली में सत्ताधारी आप के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गया है। भाजपा ने इसी कड़ी में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार के खिलाफ शनिवार को एक आरोप-पत्र जारी किया है। आरोप-पत्र को ‘झूठ और विश्वासधात की आप सरकार’ का नाम दिया गया है।
भाजपा ने आरोप-पत्र में कहा है कि केजरीवाल सरकार ने सत्ता में आने से पहले 70 वादे दिल्ली वालों से किए थे, लेकिन चार साल बीत जाने के बावजूद सरकार एक भी वादा नहीं निभा पाई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दिल्ली की प्रदूषित हवा और पानी के मुद्दे पर घेरते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते मैं कह सकता हूं कि इस समय दिल्ली के अस्पतालों में बड़ी संख्या में बीमार बच्चों को लाया जा रहा है। ये अधिकतर बच्चे गंदे पानी के कारण बीमार पड़े हैं, जो इस बात का सबूत है कि अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली के पानी और वायु प्रदूषण पर ध्यान नहीं दिया।”
दिल्ली में 1797 अनधिकृत कॉलोनियां को नियमित किए जाने का श्रेय लेते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने इस मुद्दे को पांच साल तक लटकाए रखा था, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने सिर्फ पांच महीने में इस मुद्दे को सुलझा दिया।
भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इस मौके पर केजरीवाल सरकार पर झूठ और विश्वासघात का आरोप लगाते हुए कहा, “आप सरकार अन्ना आंदोलन की देन है। लेकिन सरकार अब भष्ट्राचार, तुष्टीकरण, विफलताओं और सत्ता के अहंकार का सबसे भद्दा और वीभत्स चेहरा बन गई है।”
नागरिकता संशोधन कानून पर दिल्ली में जारी हंगामे को लेकर तिवारी ने सीधा आरोप लगाया कि “आम आदमी पार्टी के कुछ विधायक इन दंगों को भड़का रहे हैं, जबकि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने फर्जी विडियो ट्वीट कर दिल्ली में आग भड़काने का काम किया।”
भाजपा ने अपने आरोप-पत्र को घर घर तक पहुंचाने का निर्णय लिया है। आप सरकार के खिलाफ आरोप-पत्र जारी करते वक्त भाजपा के दिल्ली के पांच सांसद मौजूद थे।
गौरतलब है कि दिल्ली में अगले महीने विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।