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    rapid rail network

    आगामी दिल्ली-गुरुग्राम-रेवाड़ी-अलवर रैपिड रेल ट्रांजिट कॉरिडोर जोकि हरियाणा और राजस्थान के औद्योगिक क्षेत्रों की कनेक्टिविटी और कम समय में यात्रा प्रदान करेगा, इसका निर्माण जल्द शुरू होने वाला है। इस परियोजना से गुरुग्राम और अलवर के बीच पूरे क्षेत्र के लोगों को यात्रा करने में लाभ मिलेगा क्योंकि  इससे यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा।

    दिल्ली से अलवर जाने में लगेगा 2 घंटे से भी कम समय :

    इसके शुरू होने के बाद, इस मार्ग पर पूरी यात्रा का अपेक्षित यात्रा समय 117 मिनट होगा, जिसका अर्थ है कि दिल्ली और अलवर के बीच यात्रा का समय 2 घंटे से कम होगा! इस मार्ग पर कुल मुख्य स्टेशनों की संख्या 22 होगी। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम द्वारा RRTS परियोजना लागू की जा रही है।

    रूट और स्टेशन की जानकारी :

    delhi to alwar

    दिल्ली से अलवर जाने वाली यह रैपिड राली दिल्ली में सराय काले खां से शुरू होगी और गुरुग्राम, सोतानाला और रेवारी से होते हुए यह अलवर तक जायेगी और यात्रा का पूरा अपेक्षित समय केवल 117 मिनट होगा जोकि 2 घंटे से भी कम है।इस कोरिडोर  कुल लंबाई लगभग 164 किलोमीटर है।

    दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी कॉरिडोर के 16 स्टेशन सराय काले खान, जोर बाग, मुनिरका, एरोसिटी, उद्योग विहार, सेक्टर -17, राजीव चौक, खेरकी दौला , मानेसर, पंचगांव, बिलासपुर चौक इंसिडेंट, धारूहेड़ा, एमबीआईआर, रेवाड़ी, बावल और एसएनबी। इन स्टेशनों में से, सराय काले खां, उद्योग विहार, सेक्टर -17, राजीव चौक, पंचगांव, बिलासपुर चौक को शामिल करते हुए, धारूहेड़ा, एमबीआईआर, रेवाड़ी, बावल और एसएनबी एलिवेटेड स्टेशन होंगे। इसके अलावा जोर बाग, मुनिरका, एरोसिटी, खेरकी दौला और मानेसर भूमिगत स्टेशन होंगे। अतः कुल 22 स्टेशन इस रूट में होंगे। 

    तीन चरणों में होगा पूरा निर्माण :

    गलियारे को तीन चरणों में निष्पादित करने की योजना है। पहले चरण में, दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी (शाहजहाँपुर-नीमराना-बहरोड़) शहरी परिसर का निर्माण किया जाएगा। दूसरे चरण में, गलियारे को एसएनबी अर्बन कॉम्प्लेक्स से सोतानाला तक बढ़ाया जाएगा। तीसरे चरण में, अलवर में एसएनबी अर्बन कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जाएगा।इस तरह तीन चरणों में इस कोरिडोर का निर्माण निष्पादित किया जाएगा। 

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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