पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने रविवार को दावा किया कि उन्होंने विराट कोहली की भारतीय टीम में तेजी से एंट्री दिलाई थी, जब कप्तान एमएस धोनी और कोच गैरी कर्स्टन ने उनकी बात नहीं सुनी थी।
वेंगसरकर उपनगरीय बांद्रा में प्रतिष्ठित ज्योतिषी ग्रीनस्टोन लोबो द्वारा लिखी गई किताब ‘हाउजेट’ को लॉन्च करने के बाद यह बाते बोल रहे थे।
उन्होने कहा, ” मैं विराट कोहली को सीधे राष्ट्रीय टीम में लाया था। तुम्हारे सामने ईमानदारी से कहूंगा, वह उस दौरान ऑस्ट्रेलिया में इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट थे, और उस समय चयन समिति का सारा जिम्मा मेरे हाथो में था।”
पूर्व भारतीय कप्तान ने आगे कहा, ” उस समय में मैच देखने ऑस्ट्रेलिया गया था और मैंने विराट कोहली को चुना क्योंकि वह इससे पहले अपनी कप्तानी में अंडर-19 विश्वकप भी जितवा चुके थे।”
116 टेस्ट के अनुभवी खिलाड़ी ने यह भी कहा कि तमिलनाडु के बल्लेबाज एस बद्रीनाथ को विराट के लिए रास्ता बनाना था।
उन्होने कहा, ” जब वह ऑस्ट्रेलिया टूर्नामेंट खेलने गए थे तो उन्होने पहले मैच में ही शतक बनाया था। उनकी पारी देखकर मैं प्रभावित हो गया था और मेरे अंदर विचार आया था कि यही वह लड़का है जिसके पास आसाधरण प्रतिभा है। मैं वापस आया और उनके बारे में किसी और को कोई खबर नही थी।
वेंगसरकर ने कहा, जो ‘कर्नल’ के नाम से प्रसिद्ध हैं, ” एमएस धोनी कप्तान थे, गैरी कर्स्टन भारतीय टीम के कोच थे और उन्होंने उनके बारे में नहीं सुना था, इसलिए उन्होंने कहा कि हमें फिलहाल उसे नहीं चुनना चाहिए और उसे कुछ और खेल खेलने देना चाहिए और मैं जोर दे रहा था कि आप इस आदमी को चुनें, उसके बाद इसपर कोई बात नही और ब्रदीनाथ की जगह उनको टीम में लाया गया।”
कोहली, जिन्होने 2008 में श्रीलंका के खिलाफ 18 अगस्त, 2018 को डेब्यू किया था, वह इस समय विश्व क्रिकेट में कई बड़ी ऊंचाईयो को छू चुके है और आगामी विश्वकप में वह भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व करने के लिए भी तैयार है।