पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष की ओर से सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वालों पर दिए बयान से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पल्ला झाड़ लिया है। केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने दिलीप घोष के बयान पर पार्टी की ओर से सफाई देते हुए ट्विटर पर लिखा, “दिलीप घोष ने जो कुछ भी कहा है, उससे भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है। यह उनकी काल्पनिक सोच है। उत्तर प्रदेश और असम में भाजपा सरकार कभी भी किसी भी वजह से लोगों को गोली नहीं मारती है।”
BJP, as a party has nothing to do with what a DIlipGhosh may hv said•It is a figment of his imagination&BJP Govts in UP, Assam hv NEVER EVER resorted to shooting people for whatever reason whatsoever•Very irresponsible of DilipDa to hv said what he said https://t.co/aXF8pmJtAR
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) January 13, 2020
उन्होंने ट्वीट किया, “यह दिलीप घोष का बेहद गैर-जिम्मेदाराना बयान है।”
रविवार को पश्चिम बंगाल के नादिया में एक रैली को संबोधित करते हुए घोष ने कहा था, “दीदी (ममता बनर्जी) की पुलिस उन लोगों पर कभी कार्रवाई नहीं करती हैं, जो सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं, क्योंकि वे उनके वोटर्स हैं। हमारी सरकार उत्तर प्रदेश, असम और कर्नाटक में ऐसे लोगों को गोली मारकर कुत्तों की तरह हत्या कर देती है।”
उन्होंने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस की आलोचना की, जिन्होंने विरोध प्रदर्शनों के दौरान रेल पटरियों, बसों आदि सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया।
उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी की पुलिस ने ऐसे लोगों के खिलाफ कोई एफआईआर नहीं दर्ज की, जबकि दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और असम जैसे भाजपा शासित राज्यों में सार्वजनिक संपत्तियों को क्षतिग्रस्त करने के लिए लोगों को गोली मारी गई, क्योंकि यह उनके बाप की संपत्ति नहीं थी।”