विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक अपने ज्यादातर क्रिकेट करियर में धोनी की परछाई के पीछे छिपे रहे है। ऋषभ पंत को विश्वकप की टीम में जगह ना देने पर दिनेश कार्तिक को दूसरे विकेटकीपर के रूप में टीम में रखा गया है। डीके ने विश्वकप की टीम में जगह बनाने के बाद ऋषभ पंत के साथ प्रतियोगिता में चुप्पी तोड़ी है।
2011 और 2015 की विश्वकप की टीम में जगह ना मिलने के बाद दिनेश कार्तिक ने विराट कोहली की अगुवाई वाली 15 सदस्यीय विश्वकप टीम में जगह बनाई है। 2017 में एकदिवसीय क्रिकेट में वापसी करने वाले तमिलनाडु के विकेटकीपर ने बताया है कि मुझे अपने ऊपर विश्वास था कि मैं इंग्लैंड जानी वाली भारतीय विश्वकप टीम में जगह बना पाऊंगा।
उन्होने कहा, ” मेरा सफर 2019 के लिए 2017 में तब शुरु हुआ जब मैंने भारतीय टीम में वापसी की। मैंने अपने ऊपर विश्वास करना शुरु किया कि मैं कुछ विशेष कर सकता हूं, और अब मैं विश्वकप में जाने वाली शानदार टीम का हिस्सा हूं।”
अविश्वसनीय प्रतिभाशाली खिलाड़ी पंत को टीम में जगह नही मिली क्योंकि एक अनुभवी खिलाड़ी कार्तिक को उनसे ऊपर मापा गया। 15 सदस्यीय टीम की घोषणा हुई है ऐसे में पंत के अलावा नंबर चार के लिए अबांती रायडू को भी टीम में जगह नही मिली है। यह स्वीकार करते हुए कि पंत निराश होंगे, कार्तिक ने कहा भविष्य में हो सके तो मैं और ऋषभ पंत ड्रेसिंग रूम साझा एक साथ साझा कर सकते है जैसे की वह इस समय एमएस धोनी के साथ कर रहे है।
कार्तिक ने कहा, ” ऐसा कोई ना कोई होना था जिसे शामिल नही किया जाना था। यह खेल का प्राकृतिक रुप है। लेकिन मैंने और पंत ने कभी इस बारे में बात नही की। वह अपने मौके के लिए जागरुक थे और मैं अपने मौको के लिए। अगर वह चुने जाते तो, मैं भी थोड़ा निराश होती। लेकिन अब मेरे चयन हो गया है। मुझे यकीन है वह थोड़ा निराश होंगे।”
उन्होने आगे कहा, ” पंत एक विशेष खिलाड़ी है। मुझे यकीन है कि वह भारत के लिए एक लंबे समय तक खेलेंगे। अगर मैं धोनी के साथ खेल सकता हूं, तो मैं और पंत विश्वकप में एक साथ ड्रेसिंग रुम साझा नही कर सकते है।”
पंत को तीन खिलाड़ियो की स्टैंडबाई में अंबाती रायडू और नवदीप सैनी के साथ रखा गया है। अगर कोई खिलाड़ी विश्वकप में चोटिल हो जाता है तो इन तीनो में से किसी खिलाड़ी को इंग्लैंड से कॉल आ सकती है।