भारत के कप्तान विराट कोहली जिन्होंने आखिरी टी-20 मैच में अपनी टीम के लिए 61 रन जोड़े उन्होनें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में जीत दर्ज करके सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया हैं। तो वही विराट कोहली का साथ देते हुए दिनेश कार्तिक ने 18 गेंदो में टीम के लिए 22 रन जोड़ें। दिनेश कार्तिक ने पहले टी-20 में भी 13 गेंदों मे 30 रन जोड़े थे, औऱ फिर भी भारत को इस मैच में एक छोटे अंतर से हारना पड़ा।
धोनी की तरह ही दिनेश कार्तिक भी टीम के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर खेलते है, जो कि नंबर 6 पर बैटिंग करने आते हैं वह प्रेशर के दौरान भी एक शांत स्वभाव से बल्लेबाजी करते दिखते हैं। वह आईपीएल मे कोलकाता की टीम के कप्तान भी हैं। 33 साल की उम्र में कार्तिक को दोबारा खेलना का मौका मिला और वह इस बार एक बहुत बेहतरीन फार्म में नजर आ रहे हैं, और उन्होने इस चुनौती को दोनो हाथों से स्वीकारा हैं।
इस बार के आईपीएल खत्म होने तक कार्तिक कोलकाता नाईट राइडर्स के लिए एक बहेतरीन फार्म में नजर आए और उन्होने इस साल अपनी टीम के लिए 49.80 की औसत से 498 रन जोड़े, जो कि 147.77 की स्ट्राइक रेट से बनाए गए। जो कि इस साल के आईपीएल के 10 बेस्ट बल्लेबाजो की लिस्ट में शामिल थे।
कोलकाता की टीम ने इस साल नौ बार चेस करते हुए 5 मैच जीते औऱ हर बार दिनेश कार्तिक एक अपनी टीम के लिए रन बनाते दिखे। उन्होनें चेस करते हुए आईपीएल में 186 की औसत से 186 रन बनाए, जिसमें वह 4 बार नॉट-आउट रहें।
उनकी स्ट्राइक रेट 167.56 टूर्नामेंट के स्ट्राइक रेट से बहेतर रहीं। चेस करते वक्त उनके स्कोर कुछ इस प्रकार के थे 35*(29), 42*(23), 23 (10), 45*(18) और 41*(31)। इस साल से पहले केकेआर के कप्तान ने 23.10 की औसत से रन बनाए थे और उनकी स्ट्राइक रेट भी केवल 123.33 का रहा।
इस साल उनकी बेहतरीन बल्लेबाजी रही और वह एक बहतरीन परिवर्तन में दिखे। उन्होनें केवल 61.25 की औसत से रन नहीं बनाए बल्कि वह 20 इनिंग में से 12 बार नॉट-आउट भी रहें, और 2018 में खेली गई निदहास ट्राफी में उन्होने आखिरी गेंद में छक्का लगाकर टीम को निदहास ट्राफी का फाइनल भी जितवाया। कार्तिक ने 9 टी-20 में इस साल 7बार 30 प्लस स्कोर किया हैं, जिसमे उनका स्ट्राइक रेट 132.5 का रहा। इस रुप से वह भारतीय टीम के लिए एक फिनिशर के रुप में सामने आ रहे हैं।