कोलकाता, 14 जून (आईएएनएस)| ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व वाली सरकार पर लोकसभा चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद दार्जिलिंग की पहाड़ियों में ‘आतंक का राज’ शुरू करने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से क्षेत्र के लिए एक स्थायी राजनीतिक समाधन की मांग की।
भाजपा नेता मुकुल रॉय ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा, “जब से भाजपा ने दार्जिलिंग लोकसभा सीट पर चार लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की है, राज्य पुलिस द्वारा वहां ‘आतंक का राज’ फैलाया जा रहा है। दार्जिलिंग के 17 नगर पार्षद, जिन्होंने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए, उन्हें स्थानीय पुलिस द्वारा झूठे मामलों में परेशान किया जा रहा है, उनसे मारपीट की जा रही है और कैद किया जा रहा है।”
रॉय के साथ दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्सा भी थे। रॉय ने कहा, “राज्यपाल को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। भाजपा दार्जिलिंग में एक स्थायी राजनीतिक समाधान की तलाश कर रही है।”
रॉय ने मांग की कि ‘स्थानीय लोगों को हिरासत में लेकर उन्हें यातना देने’ को रोकने के लिए राज्यपाल को तुरंत मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षक को चेतावनी दी कि अगर पुलिस अत्याचार नहीं रुके तो वे गंभीर परिणाम भुगतेंगे।
रॉय ने कहा, “दार्जिलिंग में जेलों के अंदर लोगों पर हो रहे अत्याचार बंद होने चाहिए। हम इस मुद्दे की पूर्ण पैमाने पर जांच की मांग करते हैं।”
तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए रॉय ने राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति को ‘भयानक’ करार दिया।
उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया है कि आने वाली समस्याओं को हल करने के लिए बनर्जी से तुरंत बात करें।
रॉय ने कहा, “हमने राज्यपाल से आग्रह किया कि वह राज्य में कानून-व्यवस्था को सुधारने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तुरंत बात करें। लेकिन, हमें पता है कि वह अपने अहंकार के कारण राज्यपाल से मिलने के लिए नहीं आएंगीं।”