लंदन, 15 जुलाई (आईएएनएस)| साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन के फाइनल में रविवार को स्विट्जरलैंड के महान खिलाड़ी रोजर फेडरर को मात देने वाले सर्बिया के नोवाक जोकोविक ने माना कि मानसिक रूप से यह उनके करियर का सबसे कठिन मुकाबला था। जोकोविक ने पांच सेट तक चले बेहद रोमांचक मुकाबले में फेडरर को 7-6 (7-5), 1-6, 7-6 (7-4), 4-6, 13-12 (7-3) से हराकर लगातार दूसरी बार विंबलडन और अपने करियर का 16वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीता। चार घंटे और 57 मिनट तक चलने वाला यह मैच विंबलडन के एकल वर्ग के इतिहास का सबसे लंबा फाइनल है।
बीबीसी ने जोकोविक के हवाले से बताया, “जब दर्शक रोजर चिल्ला रहे थे, मुझे नोवाक सुनाई दिया। यह भले ही मूर्खातापूर्ण लगे, लेकिन यह सच है।”
जोकोविक ने कहा, “मैं समझता हूं कि यह मानसिक रूप से मेरे करियर का सबसे कठिन मैच रहा। अंत में मुझे बहुत शांती मिली, आप इस तरह के मुकाबलों के लिए पूरी जिदगी काम करते हैं।”
सर्बियाई खिलाड़ी अपने करियर में अब तक कुल मिलाकर पांच बार विंबलडन का खिताब जीत चुका है। ग्रैंड स्लैम जीतने के मामले में वह तीसरे नंबर पर है।
फेडरर ने सबसे अधिक 20 और दूसरे नंबर पर मौजूद राफेल नडाल ने 18 ग्रैंड स्लैम जीते हैं।