भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरूवार को सीओल की यात्रा पर पहुंच गए हैं। वह दक्षिण कोरिया की दो दिवसीय यात्रा में राष्ट्रपति मून जे इन से मुलाकात करेंगे। नरेंद्र मोदी की यह इस राष्ट्र की दूसरी यात्रा है और राष्ट्रपति मून जे इन के साथ भी यह दूसरी मुलाकात है।
नरेन्द्र मोदी सिओल शांति पुरुस्कार को ग्रहण करेंगे। दक्षिण कोरिया के कारोबारियों और भारतीय समुदाय के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बाताया कि पीएम मोदी की सिओल यात्रा में एक्ट इस्ट पॉलिसी पर मुख्य फोकस होगा। मई के बाद नरेन्द्र मोदी की यह दूसरी यात्रा है। प्रधानमंत्री इस दौरान द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, व्यापारियों से मुलाकात करेंगे और सिओल शांति पुरुस्कार से सम्मानित किए जाएंगे।
Prime Minister Shri @narendramodi landed in Seoul, marking the start of his visit to the Republic of Korea.
He will be participating in various programmes during the visit, aimed at boosting trade and cultural ties with the Republic of Korea. pic.twitter.com/CrWdTWh5k9
— PMO India (@PMOIndia) February 21, 2019
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की हनोई में आगामी आयोजित मुलाकात से एक सप्ताह पूर्व पीएम मोदी दक्षिण कोरिया की यात्रा पर पंहुचे हैं।
रवीश कुमार ने कहा कि “रिपब्लिक ऑफ कोरिया को हम अपना मूल्यवान दोस्त मानते है, एक राष्ट्र जिसके साथ हमारी विशेष रणनीतिक साजेदारी है। लोकतंत्र का निर्वाह, भारत और दक्षिण कोरिया क्षेत्रिय़ और वैश्विक शांति के मूल्यों और नजरिये को साझा करते हैं।”
पीएम मोदी ने कहा कि “दक्षिण कोरिया ‘मेक इन इंडिया’ पहल में काफी महत्वपूर्ण है। साथ ही क्लीन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया में भी वह हमारा महत्वपूर्ण साझेदार है। विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में हमारा सहयोग बढ़ रहा है।”
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साल 2018 में जीता हुआ सीओल शान्ति पुरूस्कार भी सौंपा जायेगा। इस समारोह का आयोजन 22 फरवरी को सीओल पीस प्राइज कल्चरल फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया जायेगा। इसमें पीएम मोदी को राष्ट्रिय व अंतर्राष्ट्रीय योगदान के लिए पुरूस्कार दिया जायेगा।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन जुलाई, 2018 में भारत की यात्रा पर आये थे। साथ ही दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जुंग सूक ने नवंबर 2018 में आयोध्या में आयोजित दीपोत्सव में शिरकत की थी। भारत को एक्ट ईस्ट पालिसी के तहत दक्षिण कोरिया के साथ अपने संबंधों को प्रगाढ़ करना होगा।