दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री कांग क्यूंग व्हा ने शुक्रवार को कहा कि “उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच वियतनाम में बिना समझौते के दुसरे शिखर सम्मेलन के रद्द होने के बावजूद शान्ति प्रक्रिया में प्रगति हुई है।” उन्होंने कहा कि “हम आशावादी है और वे बार्ता के लिए वापस लौट जायेंगे।”
किम जोंग उन के शुरूआती बयान के बाबत उन्होंने कहा कि “उन्होंने अमेरिका के साथ तीसरे सम्मेलन के लिए दिलचस्पी दिखाई थी। वांशिगटन ने एक निष्पक्ष और संयुक्त स्वीकृत समझौता प्रस्तावित किया था।” फरवरी के आखिरी हफ्ते में वियतनाम में अमेरिका-उत्तर कोरिया के बीच सम्मेलन रद्द हो गया था।
दोनों पक्षों के बीच प्रतिबंधों को हटाने को लेकर सहमति नहीं बनी थी। पियोंगयांग की मुताबिक, अमेरिका को परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए पहले प्रतिबंधों को आसान करना होगा जिसके लिए इस वर्ष के अंत तक की समयसीमा दी गयी है। अमेरिका के अनुसार जब तक उत्तर कोरिया पूर्ण, निरीक्षित परमाणु हथियारों को नष्ट नहीं कर देता, प्रतिबंधों से निजात देना मुमकिन नहीं है।
दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री ने शान्ति प्रक्रिया में चीन की रचनात्मक सहायता की भी प्रशंसा की थी। कोरियाई पेनिनसुला में शान्ति प्रक्रिया के लिए सीओल और बीजिंग दोनों एक ही राह पर है। उन्होंने कहा कि “उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच बातचीत को बहाल करने के लिए दक्षिण कोरिया हर प्रयास कर रहा है।”
दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री ने अगले हफ्ते उत्तर कोरिया में अमेरिका के राजदूत स्टेफेन बिगुन की यात्रा को भी रेखांकित किया था। कोरियाई सम्बन्धो के बाबत उन्होंने कहा कि “विभिन्न मार्गो के जरिये निरंतर बातचीत की जा रही है जैसे काएसोंग में संयुक्त कोरियाई दफ्तर हैं।
हाल ही में उत्तर कोरिया ने परमाणु वार्ता के समूह में से अमेरिकी सचिव माइक पोम्पिओ को हटाने की मांग की थी लेकिन अमेरिका ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है।