भारत और श्रीलंका के मध्य हो रही क्रिकेट श्रृंखला के पूर्ण होने के पश्चात अब भारतीय टीम 5 जनवरी से 24 फरवरी तक एक लम्बे दौरे के लिए दक्षिण अफ्रीका रवाना होने वाली है। परन्तु उसके पहले ही भारतीय टीम से काफी समय से बाहर चल रहे दिगज्ज फिरकी गेंदबाज़ हरभजन सिंह ने खिलाड़ियों को चेताया।
आपको बता दें भारतीय खिलाड़ियों का दक्षिण अफ्रीका जाने से पहले फिरकी गेंदबाज़ की तरफ से ख़ास सन्देश आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि “20 ओवरों के बाद कूकाबूरा गेंद सीम लेना बंद कर देगी, उसके बाद उछाल से ही पार पाना होगा”। दरअसल, लगभग 2 साल से अपने घर में खेल रही भारतीय टीम को आगाह करते हुए हरभजन सिंह का कहना है कि “वहां की परिस्तिथियाँ अलग होगी, उछाल के साथ बल्लेबाज़ी करना उतना सरल नहीं होगा।”
टेस्ट क्रिकेट में 400 से अधिक विकेट ले चुके भारत के दिगज्ज स्पिनर हरभजन सिंह का कहना है कि दक्षिण अफ्रीका का गेंदबाज़ी आक्रमण बहुत ही मजबूत है, उसमे डेल स्टैन और मोर्कल जैसे अनुभवी गेंदबाज़ है जो किसी भी टीम को अकेले अपने दम पर हराने का साहस रखते है। उन्होंने कहा कि “डेल स्टेन पिछले एक दशक से टेस्ट प्रारूप के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज रहे हैं, हां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना आसान नहीं होता और उनके जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट मैच इसका प्रमाण नहीं है कि वह भारत के खिलाफ कैसे खेल सकते है”।
उन्होंने आगे कहा कि,”लेकिन भारत के बल्लेबाजी क्रम को देखा जाए तो हमारे पास मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं, यह विश्व क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी क्रम है” स्टेन और मोर्कल या अन्य किसी भी गेंदबाज के लिये इस बल्लेबाजी क्रम को रोक पाना बहुत कठिन होगा, खासकर तब जबकि वह खुद अपनी लय हासिल करने की जुगत में होंगे।