भारत के राष्ट्रपति दो दिवसीय तज़ाकिस्तान के दौरे पर गए थे। भारत केंद्रीय एशिया में रणनीतिक उपस्थिति बढ़ाना चाहता है। साथ ही तज़ाकिस्तान में सैन्य बेस के विस्तार की उम्मीद कर रहा है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तज़ाकिस्तान की राजधानी दुशाम्बे से 15 किलोमीटर दूर आयनी एयर बेस पर गए थे। 7 से 9 अक्टूबर को इस यiत्रा में दौरान भारत ने तज़किस्तान में सैन्य ठिकानों को बढाने का संकेत किया था।
तज़ाकिस्तान और अफगानिस्तान सीमा के नजदीक फार्खूर पर भारत एक अस्पताल का संचालन कर रहा था। जहां अफगानिस्तान के दिग्गज राजनीतिक नेता अहमद शाह मसूद का इलाज किया गया था।
भारत, रूस और तजाकिस्तान ने साल 2002 में एयर बेस के निर्माण के पूर्ण होने के बाद सिलसिलेवार तरीके से एयर बेस के संचालन के समझौते पर दस्तखत किये थे।
भारत ने यूरोअसियन समझौते वाला संघाई सहयोग संघठन में प्रवेश कर लिया। यह संघठन मध्य एशियाई देशों और रूस के द्वारा अफगानिस्तान में स्थिरता बनाये रखने के लिए काम करता है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के समक्ष रक्षा मसलों के अलावा बातचीत के कई मुद्दे हैं।