देहरादून, 22 मई (आईएएनएस)| उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पत्नी सुनीता एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार विवाद प्रमुख पर्यटन स्थल पर जमीन खरीदने को लेकर है।
सरकारी स्कूल की शिक्षक सुनीता पिछले साल तब विवादों में आ गई थीं जब यह कहा गया कि वह अपने पति के कथित राजनीतिक प्रभाव के कारण पिछले लगभग दो दशकों से देहरादून में ही तैनात हैं।
इस बार, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और पार्टी विधायक करन मेहरा ने दावा किया है कि सुनीता ने कथित रूप से सूर्याधर झील पर 16 बीघा जमीन खरीदी है। प्रदेश सरकार द्वारा देहरादून जिले में विकसित किया गया यह स्थान नया उभरता पर्यटन स्थल है।
सिंह ने दावा किया, “एक तरफ जहां सरकार 70 करोड़ रुपये खर्च कर सूर्याधर झील को विकसित कर रही है, वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता ने मुख्यमंत्री के एक करीबी मित्र की पत्नी के साथ साझेदारी में वहीं पर भूमि का भाग कौड़ियों के भाव में खरीदा है।”
उन्होंने कहा, “चूंकि सरकार उस स्थान को विकसित कर रही है, ऐसे में सुनीता द्वारा खरीदी गई जमीन का बाजार मूल्य कई गुना बढ़ गया है।”
इस संबंध में सिंह और मेहरा ने दावा किया कि इस भूमि खरीद घोटाले में मुख्यमंत्री सीधे तौर पर अपने दोस्त संजय गुप्ता के साथ शामिल हैं। संजय की पत्नी ने सुनीता के साथ मिलकर 2017 में यह जमीन खरीदी थी।
उन्होंने कहा, “इस भूमि की रजिस्ट्री 31 जुलाई 2017 को हुई थी।”
दोनों नेताओं ने इस भूमि की रजिस्ट्री की फोटोकॉपी भी मीडिया के एक धड़े को बांटी हैं।
दोनों नेताओं ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री का तत्काल इस्तीफा मांगा और कहा कि सरकार को इस मामले की जांच के लिए उच्च न्यायालय की सलाह पर एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित करनी चाहिए।
उन्होंने मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर भी तंज कसते हुए कहा, “जब घर में भ्रष्टाचार की बात आती है तो कोई जीरो टॉलरेंस नहीं है।”
इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि अगर ये आरोप सही साबित हुए, तो वे रावत के साथ तत्काल इस्तीफा दे देंगे।
चौहान ने हालांकि स्वीकार किया कि दोनों महिलाओं ने चाईमासारी क्षेत्र में जमीन खरीदी है जो सूर्याधर क्षेत्र से 25 किलोमीटर दूर है।