त्रिपुरा, मणिपुर और मेघालय ने मंगलवार को अलग-अलग अपना 48वां राज्य दिवस मनाया। इस मौके पर कई रंगा-रंग कार्यक्रम पेश किए गए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा, मणिपुर और मेघालय को इस मौके पर बधाई दी। त्रिपुरा और मणिपुर की तत्कालीन रियासतों को अक्टूबर 1949 में भारतीय संघ में मिला दिया गया और 21 जनवरी 1972 को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया।
वर्ष 1972 को आज (मंगलवार) के ही दिन उत्तर पूर्वी क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, 1971 के अंतर्गत पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त होने के बाद मेघालय अस्तित्व में आया था। इससे पहले यह असम का हिस्सा था।
इस मौके पर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने कहा कि उनकी सरकार का मुख्य लक्ष्य राज्य को आत्मनिर्भर बनाना और यहां कुशल व पारदर्शी शासन सुनिश्चित करना है। 23 महीने पहले मुख्यमंत्री बने देब ने दूसरी बार इस मौके पर लोगों को संबोधित किया है।
राज्य के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के साथ गठबंधन किया और चुनाव में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे को पछाड़ दिया।
मणिपुर में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने राज्य पुलिस सहित विभिन्न सुरक्षा बलों की टुकड़ियों की संयुक्त परेड की सलामी ली। वहीं, मेघालय में राज्य दिवस के मौके पर विभिन्न जिलों में सांस्कृतिक और खेल कार्यक्रम आयोजित किए गए।