पेटीएम द्वारा संचालित पेटीएम मॉल ने बुधवार को एक बयान देकर कहा है कि त्योहारों के सीज़न में जब सेल तेज़ होती है, तब पेटीएम मॉल मोबाइल, लैपटाप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान की आपूर्ति करने वाले अपने रिटेलर्स से कमीशन नहीं लेता है। पेटीएम मॉल ने इसके आगे कहा है कि उसका उद्देश्य रहता है कि रिटेलर और आपूर्तिकर्ता को अधिक से अधिक मुनाफा मिले।
इस बाबत जानकारी देते हुए पेटीएम मॉल के सीओओ अमित सिन्हा ने कहा है कि “हमारे पार्टनर हमारी यात्रा का अभिन्न हिस्सा हैं और पेटीएम अपने कमीशन को हटाकर इनके साथ अपने रिश्तों को और भी ज्यादा मजबूत कर रही है। इससे त्योहारों के सीज़न में हम दोनों को ही फायदा होता है।”
पेटीएम ने इस बार त्योहारों के सीजन की सेल को देखते हुए हजारों की संख्या में छोटे बड़े रिटेलरों के साथ हाथ मिलाया है। इसी के साथ पेटीएम ने रिटेल बाज़ार में अपने पैरों को और ठीक से जमाने के लिए बिग-बाज़ार, सरगम, रिलायंस डिजिटल जैसी बड़ी कंपनियों के साथ भी हाथ मिलाया है।
पेटीएम मॉल इस समय भारत में तीसरी सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी के रूप में उभर कर सामने आई है। इसका सीधा मुक़ाबला वालमार्ट समर्थित फ्लिपकार्ट व विशाल अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न से है।
पेटीएम चीन की अलीबाबा की ही तरह ऑफलाइन रिटेल में भी हाथ आजमाना चाहती है। मालूम हो कि चीन की अलीबाबा का पेटीएम में बहुत बड़ा निवेश है। इसी के साथ हाल ही में अमेरिकी निवेशक वारेन बफ़े ने भी पेटीएम में 30 करोड़ डॉलर का बड़ा निवेश किया है।
पेटीएम ने इस बार त्योहारों के सीज़न को लेकर अपनी ‘मेरा कैशबैक सेल‘ लाया है, जिसके चलते वो अपने ग्राहकों को 501 करोड़ रुपये तक की कीमत का कुल कैशबैक दे रहा है।