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    नई दिल्ली, 15 जुलाई (आईएएनएस)| देश में बीते महीने जून के दौरान तेल व अन्य उत्पादों के दाम में नरमी रहने से उपभोक्ताओं को थोक महंगाई से राहत मिली। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य आधारित सालाना मुद्रास्फीति दर जून में बीते महीने से घटकर 2.02 फीसदी रही।

    केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर जून में घटकर 2.02 फीसदी दर्ज की गई जबकि इससे पहले मई में थोक महंगाई दर 2.45 फीसदी रही थी। पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले जून में थोक महंगाई दर में काफी कमी आई है। पिछले साल जून में थोक महंगाई दर 5.68 फीसदी थी।

    मंत्रालय ने हालांकि अप्रैल की महंगाई दर में भी संशोधन करते हुए इसे 3.07 फीसदी से बढ़ाकर 3.24 फीसदी कर दिया है।

    चालू वित्त वर्ष में अब तक महंगाई दर 1.33 फीसदी रही है जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 2.41 फीसदी थी।

    जून में खाद्य पदार्थो और सब्जियों के दाम में गिरावट आने से थोक महंगाई दर में कमी आई। डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक के अनुसार, खाद्य पदार्थो की महंगाई दर मई में 5.10 फीसदी दर्ज की गई थी जो जून में घटकर 5.04 फीसदी पर आ गई।

    डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक के अंतर्गत प्राइमरी आर्टिकल्स का समूह, विनिर्मित उत्पाद समूह से खाद्य उत्पादों को शामिल किया जाता है।

    सब्जियों की महंगाई दर जून में पिछले महीने के 33.15 फीसदी से घटकर 24.76 फीसदी पर आ गई।

    आलू के दाम में शून्य से 24.27 फीसदी नीचे की गिरावट आई जबकि प्याज के दाम में 16.63 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।

    विनिर्मित उत्पादों पर खर्च में वृद्धि दर पिछले साल के 4.17 फीसदी के मुकाबले इस साल जून में 0.94 फीसदी रही।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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