तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के आधिकारिक निवास के बाहर प्रदर्शन करने की कोशिश के दौरान महिला अधिकार कार्यकर्ता तृप्ति देसाई को हैदराबाद पुलिस ने बुधवार को हिरासत में ले लिया। देसाई, महिला पशु चिकित्सक की हत्या व सामूहिक दुष्कर्म में शामिल लोगों को मौत की सजा देने की मांग कर रही हैं।
भूमाता ब्रिगेड की संस्थापक तृप्ति देसाई व कुछ अन्य कार्यकर्ता प्रगति भवन पहुंच गए और सुरक्षा अधिकारियों से कहा कि वे मुख्यमंत्री राव को एक विरोध पत्र सौंपना चाहते हैं। प्रगति भवन, उच्च सुरक्षा वाले बेगमपेट इलाके में मुख्यमंत्री का आधिकारिक निवास है। पुलिस ने उन्हें अनुमति देने से इनकार कर दिया क्योंकि उन्होंने मिलने के लिए समय नहीं लिया था।
जब देसाई व अन्य कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन शुरू किया तो महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें जबरन हटाया और पुलिस वाहन में ले गए।
देसाई ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में दोषियों को छह महीने के भीतर मौत की सजा देने की मांग की। उन्होंने मुख्यमंत्री के पीड़ित के परिवार सने नहीं मिलने को लेकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि राव के पास नई दिल्ली में शादी में भाग लेने के लिए समय हैं, लेकिन हैदराबाद में पीड़ित के माता-पिता को सांत्वना देने के लिए समय नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार मामले की जांच को लेकर गंभीर नहीं है।
उन्होंने पुलिस द्वारा जिस तरह से गुमशुदगी की शिकायत पर कार्रवाई की उसकी आलोचना की।
पशु चिकित्सक युवती की 27 नवंबर को हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद में एक टोल प्लाजा गेट के पास चार ट्रक चालकों व क्लीनरों ने कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया और हत्या कर शव को पेट्रोल छिड़क जलाने का प्रयास किया।
सभी चारों आरोपियों को पुलिस ने 29 नवंबर को गिरफ्तार किया।