तेलंगाना में विधानसभा की 119 सीटों के लिए 7 दिसंबर को वोट डाले जायेंगे। सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्र समिति ने सितम्बर में विधानसभा भंग कर 8 महीने पहले चुनाव में उतरने का फैसला किया था।
सत्ताधारी टीआरएस राज्य की सभी 119 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस ने तेलुगु देशम पार्टी, सीपीआई और तेलंगाना जन समिति के साथ महागठबंधन बनाया है। भाजपा ने भी राज्य में किसी के साथ गठबंधन नहीं किया है और चुनाव मैदान में अकेले उतरी है।
2014 में हुए विधानसभा चुनाव में के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व में टीआरएस ने राज्य के 119 विधानसभा सीटों में से 63 सीटों पर जीत हासिल कर राज्य की सत्ता हासिल की। तेलुगु देशम पार्टी ने 15 सीटों पर जीत हासिल की थी
सी वोटर के चुनाव पूर्व सर्वे में कांग्रेस-तेदेपा गठबंधन के जीत के दावे किये गए हैं। सर्वे के मुताबिक़ पिछली बार 63 सीटें जीतने वाली टीआरएस इस बार बहुमत से दूर सिर्फ 42 सीटों पर सिमट सकती है जबकि कांग्रेस -तेदेपा का महागठबंधन 119 में से 64 सीटें जीत राज्य कि सत्ता हासिल कर सकता है।
सर्वे में भारतीय जनता पार्टी को 4 सीटों का अनुमान लगाया गया है जबकि अन्य को 9 सीटें मिल सकती है।
तेलंगाना में कुल 2,80,64,680 मतदाता है जिसमे से 7,46,077 नए मतदाता है। इस बार 119 सीटों के लिए कुल 1,824 मतदाता चुनावी मैदान में हैं।