हैदराबाद, 5 जून (आईएएनएस)| मुस्लिम पवित्र महीने रमजान के समापन को दर्शाते ईद-उल-फितर को बुधवार को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
हैदराबाद और सिकंदराबाद और तेलंगाना के अन्य शहरों और पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में लाखों मुसलमानों ने ईदगाहों या खुले मैदानों और मस्जिदों में नमाज अदा की।
नए कपड़े पहने हुए, पुरुषों और बच्चों ने सुबह से ही ‘नमाज-ए-ईद’ के लिए मस्जिद पहुंचना शुरू कर दिया।
इमामों ने अपने उपदेशों में मुसलमानों से रमजान के अच्छे कामों को जारी रखने और गरीबों और समाज के प्रति काफी सहानुभूति रखने का आग्रह किया।
इमामों ने विश्व शांति के लिए ‘दुआ’ भी किया।
नमाज के लिए सबसे ज्यादा भीड़ हैदराबाद के ऐतिहासिक मीर आलम ईदगाह में एकत्र हुई। ऐतिहासिक मक्का मस्जिद, हॉकी ग्राउंड, मिलिट्री ग्राउंड, सिकंदराबाद ईदगाह और मदनापेट ईदगाह में भी भारी भीड़ देखी गई।
मुस्लिम इलाकों में उत्सव का माहौल है। लोगों ने एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी।
तेलंगाना के अन्य हिस्सों में धार्मिक उल्लास के साथ ईद मनाई जा रही है। वारंगल, करीमनगर, निजामाबाद, आदिलाबाद, नलगोंडा और महबूबनगर की मस्जिदों में भारी भीड़ देखी गई।
आंध्र प्रदेश में भी ईद की धूम है। कडप्पा, कुरनूल, अनंतपुर, नेल्लोर, विजयवाड़ा, गुंटूर और अन्य शहरों में मुसलमानों ने नमाज अदा की।
नमाज अदा करने से पहले, प्रत्येक मुस्लिम परिवार ने प्रत्येक सदस्य की ओर से फितरा या दान (100 रुपये) दिया ताकि गरीब भी त्योहार मना सकें।
अमीर परिवारों ने गरीबों और जरूरतमंदों को अपनी संपत्ति पर ‘जकात’ या इस्लामिक टैक्स का 2.5 प्रतिशत का भुगतान किया।
शीर खोरमा और अन्य व्यंजनों से मेहमानों का स्वागत किया गया।
दोनों राज्यों के राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, उनके आंध्र प्रदेश के समकक्ष वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी और राजनीतिक दलों के नेताओं ने मुसलमानों को ईद की मुबारकबाद दी।
तेलंगाना की 3.50 करोड़ से अधिक आबादी में 12.43 प्रतिशत मुस्लिम हैं। वे आंध्र प्रदेश की पांच करोड़ से अधिक की आबादी के बीच लगभग सात प्रतिशत हैं।