बिहार में भले ही लालू जेल में है लेकिन उनको लेकर राजनीति उतनी ही गर्म है जितनी उनके बाहर रहने पर होती थी। लालू के ना होने पर अब पार्टी की कमान उनके बेटे तेजस्वी यादव ने संभाल ली है।
अपने पिता को बचाने के लिए तेजस्वी हर मुमकिन कोशिश कर रहे है उन्होंने यह ऐलान किया है कि आने वाले समय में एक भरी जान आंदोलन के तहत लालू के लिए समर्थन जुटाया जाएगा और जेडीयू की सत्ता को खत्म किया जाएगा।
आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने इस मामले में जेडीयू पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने बयां दिया है कि “कोर्ट के साथ जेडीयू मिल चुकी है और सीबीआई, ईडी और तमाम जांच संस्थानें क्या करने वाली होती है यह भी इन पार्टियों को पता होता है। पार्टी पहले ही यह भविष्यवाणी कर देती है कि लालू के परिवार के साथ क्या घटित होने वाला है”
तेजस्वी ने इस मुद्दे पर सुशिल मोदी और नीतीश कुमार को घेरते हुए कई ट्वीट किए है। अपने एक ट्वीट में उन्होंने विपक्षीयों की तुलना कंस से की है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि “कंस को लग रहा है कि जेल में बंद कर खतरा खत्म हो गया। उन्हें पता नहीं कि काल तो अब जन्म लेगा।”
कंस को लग रहा है कि जेल में बंद कर खतरा खत्म हो गया। उन्हें पता नहीं कि काल तो अब जन्म लेगा।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 27, 2017
तेजस्वी यहीं नहीं रुके उन्होंने अपने एक और ट्वीट में यह भी कह दिया कि “अगर लालू जी बीजेपी से हाथ मिला लेते तो वो आज हिंदुस्तान के राजा हरीशचंद्र होते, तथाकथित चारा घोटाला दो मिनट में भाईचारा घोटाला हो जाता अगर लालू जी का डीएनए बदल जाता।”
अगर लालू जी BJP से हाथ मिला लेते तो वो आज हिंदुस्तान के राजा हरीशचंद्र होते।तथाकथित चारा घोटाला दो मिनट में भाईचारा घोटाला हो जाता अगर लालू जी का DNA बदल जाता।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 26, 2017
ट्वीट पर मिला सुशिल का जवाब
तेजस्वी के ट्वीट पर आज सुशिल मोदी ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने लालू समेत उनके परिवार पर बयानी हमला करते हुए कहा है कि “भगवान श्रीकृष्ण ने अपने सगे मामा कंस के अत्याचार को भी बर्दाश्त नहीं किया था और कौरवों के अन्याय के विरुद्ध युद्ध में न्याय का साथ दिया था। आज खुद को कृष्ण का वंशज बताने वाले कुछ लोग कंस की राह पर चल रहे हैं और न्याय के बजाय नाते-रिश्ते देख कर भ्रष्टाचार की तरफदारी कर रहे हैं..
भगवान श्रीकृष्ण ने अपने सगे मामा कंस के अत्याचार को भी बर्दाश्त नहीं किया था और कौरवों के अन्याय के विरुद्ध युद्ध में न्याय का साथ दिया था। आज खुद को कृष्ण का वंशज बताने वाले कुछ लोग कंस की राह पर चल रहे हैं और न्याय के बजाय नाते-रिश्ते देख कर भ्रष्टाचार की तरफदारी कर रहे हैं… pic.twitter.com/Y3WyePHvb5
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) December 27, 2017
सुशिल ने शरद यादव को भी लपेटे में लिया है शरद पर वार करते हुए उन्होंने कहा है कि “शरद यादव ने लालू परिवार का साथ देने के लिए अपने उस दल से विश्वासघात किया, जिसने चारा घोटाला से लेकर अलकतरा घोटाला तक भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वाले कुशासन के खिलाफ लंबा संघर्ष किया था। पार्टी लाइन से असहमति के बाद स्वयं राज्यसभा की सदस्यता छोड़ने के बजाय उन्होंने सभापति…”
शरद यादव ने लालू परिवार का साथ देने के लिए अपने उस दल से विश्वासघात किया, जिसने चारा घोटाला से लेकर अलकतरा घोटाला तक भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वाले कुशासन के खिलाफ लंबा संघर्ष किया था। पार्टी लाइन से असहमति के बाद स्वयं राज्यसभा की सदस्यता छोड़ने के बजाय उन्होंने सभापति… pic.twitter.com/jTzRUpys3O
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) December 27, 2017