हमारे देश में हादसों पर राजनीति बहुत पुरानी है। कही कोई दंगा हो या कोई अपराध, नेता अलग हमेशा उसमे राजनैतिक महत्वकांशा ढूंढ़ते है। जिसके चलते वो मुद्दा कहीं खो जाता हैं और रह जाती है बस राजनीति।
बिहार में भी इन दिनों कुछ यही हो रहा है। तमाम विपक्षी दल इन दिनों मुजफ्फरपुर में बालिका गृह यौन शोषण कांड मामले को लेकर अपनी-अपनी राजनीति चमका रहे हैं।
बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड में 42 बच्चियों में से अब तक 34 बच्चियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है।
इसको लेकर राष्ट्रीय जनता दल के दिग्गज नेता तेजस्वी यादव दिल्ली के जंतर-मंतर पर शनिवार को कैंडिल मार्च निकालेंगे और धरना देंगे। यानी बिहार की राजनीति का मैदान अब दिल्ली बनने जा रहा है।
जंतर-मंतर पर धरना विशुद्ध रूप से ग़ैर-राजनीतिक है क्योंकि एक सामाजिक कार्यकर्ता होने से पहले मैं 7 बहनों का भाई,एक माँ का बेटा और कई बेटियों व भगिनी का चाचा और मामा हूँ।बच्चियों के साथ हुई इस अमानवीय घटना से मैं सो नहीं पाया हूँ।नीतीश जी क्यों चुप है यह उनसे बेहतर कौन जानता होगा? pic.twitter.com/jiOQ1IXlfF
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 3, 2018
गौरतलब है की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी इस प्रदर्शन में शामिल होंगे। उनके साथ-साथ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सहित विपक्ष के कई नेता शामिल हो सकते हैं।
ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने भी शनिवार को होने वाले धरने में शामिल होने की बात कही है। तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा, ‘जंतर-मंतर पर धरना विशुद्ध रूप से ग़ैर-राजनीतिक है क्योंकि एक सामाजिक कार्यकर्ता होने से पहले मैं 7 बहनों का भाई,एक माँ का बेटा और कई बेटियों व भगिनी का चाचा और मामा हूँ। बच्चियों के साथ हुई इस अमानवीय घटना से मैं सो नहीं पाया हूँ।नीतीश जी क्यों चुप है यह उनसे बेहतर कौन जानता होगा?”
मुजफ्फरपुर में हुए इस अपराध की तफतीश में पुलिस ने बुधवार को स्वाधार गृह का ताला तोड़कर अंदर से कई आपत्तिजनक सामान बरामद किया हैं। एफएसएल की टीम के द्वारा स्वाधार गृह से इस्तेमाल किए और पैक कॉन्डम भी बरामद किया गया हैं।
वहीं इस स्वाधार गृह परिसर से शराब की खाली बोतल भी बरामद हुई हैं। इसके तुरंत बाद पुलिस ने सुधार ग्रह सील कर इसके मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को हिरासत में लिया।