बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने दावा किया हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके बेटे तेजस्वी यादव को 2020 विधानसभा चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री बनाने की पेशकश की हैं, इस शर्त के साथ कि चल रहे आम चुनाव में महागठबंधन की ओर से उन्हे प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा एनडीए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की तरफ से नीतीश को महत्व नही दिया जा रहा हैं। वह भाजपा के दवाब में हैं, यही कारण हैं कि वह हमारे पास वापस आ रहे हैं। प्रशांत किशोर कम से कम पांच बार आए। नीतीश कुमार ने कहा कि वह 2020 में तेजस्वी को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं अगर हम उन्हे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित करते हैं तो।
बिहार के रहने वाले प्रशांत किशोर ने 2015 विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के साथ काम किया था। वह 2018 में, औपचारिक रूप से जेडीयू में शामिल हो गए थे और उन्हे नीतीश के सफल राजनीतिक अभियानों का श्रेय दिया गया था।
लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए महागठबंधन के बारे में बोलते हुए राबडी ने कहा- लालू जी यहां नही हैं, इसलिए मैं कह रही हूं 400 सीटें महागठबंधन में आएगी। लालू जी जेल में क्यों हैं उन्हें मंजू वर्मा मामले में कुछ नही मिला। चारा घोटाले में उनकी कोई भागीदारी नही थी। लालू ने लोगों को आवाज दी, लेकिन उनको शुक्रगुजार होने के बावजूद, लोगों ने उन्हे इस घोटाले के लिए जिम्मेदार ठहराया।
इस बीच, तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उन्होंने किशोर को उनसे मिलने के लिए कहा था। उन्होंने कहा, “लालू की किताब :गोपलगंज से रायसीना” से सच्चाई का पता चला हैं। किशोर ट्विटर पर सक्रिय नही हैं लेकिन वे आते रहते हैं”। क्या उन्होंने नीतीश से अनुमति ली थी? उन्हे पहले नीतीश की अनुमति लेनी चाहिए थी।
महागठबंधन में शामिल होने की नीतीश कुमार की इच्छा पर तेजस्वी यादव ने कहा, “यह सच हैं और कोई भी इससे इनकार नही कर सकता”। नीतीश को आगे आना चाहिए और बताना चाहिए कि ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने महागठबंधन में शामिल होने के कई प्रयास किए। 2017 में एनडीए से जुड़ने के छह महीने के अंदर।
राबड़ी देवी के इस दावे पर कि किशोर उनसे पांच बार मिल चुके हैं तेजस्वी ने कहा, हमने पहले ही कहा था कि किशोर हमसे, लालू जी और कांग्रेस के कई नेताओं से मिल चुके हैं।
इससे पहले जेडीयू के पूर्व नेता शरद पवार, जो आरजेडी की टिकट पर मेधपुरा से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, ने पुष्ठि की थी कि नीतीश कुमार ने महागठबंधन में फिर से शामिल होने की कोशिश की थी।
बिहार की 40 संसदीय सीटों पर 11 अप्रैल से चुनाव शुरू हो चुका हैं, 19 मई तक यह सातों चरणों में लड़ा जाएगा। नतीजे 23 मई को घोषित किए जाएंगे।