बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के बगावती तेवर और ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ का मुद्दा उठाते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का मन बनाया है। पार्टी नेताओं ने यह बात रविवार को कही।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप ने पिछले महीने पार्टी में अपनी उपेक्षा की बात कहते हुए लालू-राबड़ी मोर्चा (लारामो) बनाया था और शिवहर लोकसभा सीट से राजद उम्मीदवार सैयद फैसल अली के खिलाफ लारामो की ओर से अंगेश कुमार सिंह को मैदान में उतार दिया है।
वरिष्ठ राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि लालू प्रसाद ने इसका संज्ञान लिया है और पार्टी की अनुशासन समिति इस मसले पर कदम उठाएगी।
लालू प्रसाद के परिवार से निकट संबंध रखने वाले एक अन्य राजद नेता ने कहा कि तेज प्रताप ने अपने परिवार और पार्टी की नींद हराम कर दी है। इसलिए पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण उन पर कार्रवाई करने का दबाव पार्टी के अंदर बन रहा है।
राजद सूत्रों के मुताबिक, वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी पिछले हफ्ते पार्टी छोड़ चुके हैं। तेज प्रताप के खिलाफ कार्रवाई की मांग सबसे पहले उन्होंने ही उठाई थी।
एक अन्य राजद नेता ने कहा, “लोकसभा चुनाव में तेज प्रताप द्वारा पार्टी को नुकसान पहुंचाए जाने की आशंका के मद्देनजर राजद उनके खिलाफ कार्रवाई का दबाव बढ़ा सकता है। यह राजनीतिक अनिवार्यता भी है।”
इस समय आलम यह है कि तेज प्रताप राजद उम्मीदवार के खिलाफ खुलेआम प्रचार कर रहे हैं और उसे भाजपा का एजेंट बता रहे हैं। अपने मोर्चे के बारे में उनका कहना है कि जिस तरह भाजपा आरएसएस का हिस्सा है, उसी तरह ‘लारामो’ राजद का हिस्सा है।
महागठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच हुए सीट बंटवारे के अनुसार, बिहार की 40 में से 19 पर राजद, 9 पर कांग्रेस और बाकी सीटों पर छोटी पार्टियां चुनाव लड़ रही हैं।