पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच तुषार अरोठे को बुधवार को एक आईपीएल मैच पर सट्टा लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और बाद में जमानत पर रिहा होने के एक दिन बाद उन्होने बेगुनाह होने का दावा किया।
अरोठे ने पीटीआई से कहा, ” क्रिकेट ही मेरी रोटी-सब्जी है। जो भी मैं आज हूं केवल क्रिकेट की वजह से हूं और मैंने इस प्रकार का कोई गंदा काम नही किया है। जिंदगी में एक भी पैसा इधर-उधर नही किया है।”
वड़ोदरा के पुलिस आयुक्त अनूप सिंह गहलोत ने मंगलवार को पीटीआई को बताया कि बड़ौदा के 52 वर्षीय व्यक्ति को पुलिस द्वारा जमानत दिए जाने से पहले सोमवार को गिरफ्तार किया गया था।
पूर्व बल्लेबाज, जिन्होंने 114 फर्स्ट-क्लॉस में बड़ौदा का प्रतिनिधित्व किया है ने कहा, ” इसे करने के बारे में भूल जाओ, मैंने इसके बारे में कभी सोचा तक नही हैं।”
जयदीपसिंह जडेजा शहर के डीसीपी ने कहा कि अरोठे के साथ 19 अन्य लोगो को भी किंग्स इलवेन पंजाब और दिल्ली कैपिटल्स की टीम के बीच मैच में सट्टा लगाने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
जडेजा ने कहा था, ” अरोठे भारतीय महिला क्रिकेट टीम के पूर्व कोच है। उनके साथ 19 अन्य लोगो को किंग्स इलेवन पंजाब और दिल्ली कैपिट्ल्स की टीम के मैच के सीधे प्रसारण में सट्टा लगाने के लिए गिरफ्तार किया गया है।”
अरोठे ने 2017 में भारतीय महिला टीम की कमान संभाली थी।
अरोठे के कार्यकाल में भारतीय महिला टीम 2017 विश्वकप के फाइनल में भी पहुंची थी। उन्होने विवादास्पद परिस्थितियां के कारण टीम के कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका बेटा ऋिषि अरोठे बड़ौदा की टीम से बाए-हाथ का तेज गेंदबाज है।