तुर्की (Turkey) को रूस (Russia) एस-400 मिसाइल प्रणाली की पहली डिलीवरी जुलाई मे करेगा। रुसी न्यूज़ एजेंसी ने के रूस के हथियार निर्यातक के प्रमुख रोसोबोरोनेक्सपोर्ट हवाले से बुधवार को कहा था।
आरआईए न्यूज़ एजेंसी ने अलेक्सेंडर मिखीव के हवाले से कहा कि “हम पहला निर्यात जुलाई में करने जा रहे हैं।” नाटो के सदस्य तुर्की का अमेरिका के साथ रुसी रक्षा प्रणाली को खरीदने को लेकर मतभेद चल रहे हैं और अमेरिका ने अंकारा के खिलाफ प्रतिबन्ध लगाने की धमकी दी है।
अमेरिका ने तुर्की पर इस समझौते को रद्द करने का दबाव बनाया है लेकिन तुर्की अपने समझौते पर अडिग है। नाटो में अमेरिका के राजदूत ने मंगलवार को कहा कि “अगर तुर्की रूस की रक्षा प्रणाली को खरीदने के लिए आगे बढ़ता है तो अमेरिका तुर्की की सेना को एफ-35 स्टील्थ विमानों को उड़ाने और विकसित करने से रोक देगा।”
अमेरिका ने कहा कि “विमानों को मार्टिन कॉर्पोरेशन ने बनाया था और यह नाटो को सेना को हवा में तकनीकी फायदे देगी। यह दुश्मनो के संपर्क नेटवर्क्स और संचालन सिंग्नल्स की क्षमता में बाधा पहुंचेगा।”
पेंटागन ने विमानों में तुर्की के पायलटो का प्रशिक्षण को रोक दिया था। एर्डोगन इस मामले पर जी-20 में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ चर्चा करेंगे। नाटो के आला राजनयिक ने कहा कि “शायद यह कोई मार्ग ढूंढने का आखिरी मार्ग है।”
राष्ट्रपति रिचप तैयप एर्डोगन को पश्चिम और रूस के साथ संबंधों को संतुलित करने में काफी परेशानी हो रही है। इसके आलावा अमेरिका तुर्की और अन्य राष्ट्रों पर ईरान को अलग-थलग करने के लिए दबाव बना है।
विदेशी मामलो की समिति के अध्यक्ष एलियट एंगेल ने कहा कि “हम दुर्लभ ही ऐसा विदेशी मामलो में देखते हैं, यह आर-पार का मामला है इसमें कोई बीच का रास्ता नहीं है। या तो तुर्की के राष्ट्रपति समझौते को रद्द कर दें या न करे।”