तुर्की ने अमेरिका की चेतावनी को शनिवार को नजरअंदाज कर रूस से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की डिलीवरी को ले लिया है। रक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा कि “एस-400 लॉन्ग एयर और मिसाइल डिफेन्स सिस्टम की डिलीवरी लेना जारी रखेगा।”
उन्होंने कहा कि “एस -400 के उपकरणों को लिए चौथा रुसी विमान अंकारा के मुर्तेद एअरपोर्ट के बाहर लैंड हुआ था।” अमेरिका को भय है कि अंकारा एस-400 को अपनी रक्षा में शामिल कर लेगा तो अमेरिका द्वारा निर्मित एफ-35 का डाटा रूस के समक्ष लीक हो जायेगा। इस भय के कारण वांशिगटन इस लडाकू विमान से तुर्की को बाहर रखना चाहता है।”
पश्चिमी रक्षा गठबंधन नाटो ने शुक्रवार को कहा कि “वह रूस के एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली के अंकारा के खरीदने से काफी चिंतित है। अंकारा ने कल ही एस-400 के पहले बैच को लिया है।” गठबंधन ने निरंतर तुर्की को चेताया है कि “एस-400 को न खरीदे यह नाटो के हथियार प्रणाली के साथ असंगत है।
अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों ने इसके विरोध में आवाज़ उठायी है और प्रतिबंधो की धमकी दी है। विदेशी मामलो की समिति के आला डेमोक्रेट इलियट एंगेल और मिचेल म्क्फौल ने कहा कि “राष्ट्रपति एर्दोगन को स्पष्ट विकल्प दिया गया था। अफ़सोस की उन्होंने गलत विकल्प का चयन किया है।”
अंकारा ने अमेरिका की चत्वनी को ख़ारिज किया और विदेश मंत्री मेव्लुट कावुसोग्लू ने शुक्रवार को कहा कि “हम हर वक्त कह चुके हैं कि यह समझौता हो चुका है। प्रक्रिया जारी है।”