अमेरिका के राज्य विभाग के अधिकारी ने कहा कि “अगर सीरिया में तुर्की ने अपनी सीमा लांघने की कोशिश की तो अमेरिका उस पर प्रतिबन्ध लागू करेगा।” तुर्की ने उत्तरी पूर्वी सीरिया में कुर्द विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि “अगर तुर्की असंगत, अमानवीय और सीमा को लांघने की कोशिश करता है तो अमेरिका उन पर सार्थक प्रतिबंधो को थोपेगा। संजातीय नरसंहार और नागरिको पर किसी भी तरीके से गोलीबारी नहीं की जानी चाहिए।” अमेरिका ने हाल ही में सीरिया से अमेरिकी सैनिको की वापसी का ऐलान किया था।
अमेरिका ने सीरियन डेमोक्रेट्स फाॅर्स को बगैर अमेरिकी सहयोग के अकेले छोड़ दिया था। अमेरिकी सेना की वापसी का स्पष्टीकरण देते हुए डोनाल्ड ट्रम्प ने मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना की दखलंदाजी की आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि “देश ने लड़ने और नीतियों में आठ ट्रिलियन डॉलर खर्च किये हैं और इन वर्षो में हज़ारो सैनिको को गंवाया है।
ट्रम्प ने धमकी दी थी कि अगर तुर्की के अभियान से सीरिया में कुर्द नागरिको को नुकसान हुआ तो वह अंकारा की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देंगे। करीब 30 अमेरिकी संसद के रिपब्लिकन ने तुर्की के खिलाफ प्रतिबंधो को लागू करने के लिए एक बिल पेश कर सकते हैं।
बयान के मुताबिक, चेनी और उनके 30 रिपब्लिकन सहयोगी संसद में तुर्की के खिलाफ प्रतिबंधो को लागू करने के बाबत एक प्रस्ताव को पेश कर सकते हैं क्योंकि अंकारा ने सीरिया में अमेरिकियो सहयोगी कुर्द सेना के खिलाफ सैन्य अभियान को शुरू किया था।
ट्रम्प ने कहा कि “अमेरिका के समक्ष इस परिस्थिति से निपटने के लिए तीन विकल्प है, सैन्य कार्रवाई, युर्की के खिलाफ आर्थिक प्रतिबन्ध और कुर्द व अंकारा के बीच समझौते के लिए मध्यस्थता। हमने आईएसआईएस के सौ फीसदी ठिकानों को तबाह कर दिया था और सीरिया में तुर्की दारा एक भी सैनिक को निशाना नहीं बनाया गया था। हमने अपना काम बड़ी बखूबी से किया था। अब तुर्की कुर्द पर हमला कर रहे हैं जो 200 सालो से एक-दूसरे से जंग लड़ रहे हैं।”
विदेश मंत्रालय ने कहा कि “उत्तरी पूर्वी सीरिया में तुर्की के एकतरफा आक्रमक सैन्य अभियान से हम बेहद चिंतित है। तुर्की की कार्रवाई क्षेत्र की स्थिरता को अनदेखा कर सकती है और यह कार्रवाई क्षेत्र में मानवीय और नागरिक अशांति उत्पन करने की क्षमता रखता है।”