संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्लाह बिन ज़ायेद अल नाह्यान 7 जुलाई से भारत की तीन दिनों की यात्रा पर आएंगे। इस यात्रा का मकसद दोनों देशों में सहयोग के नए क्षेत्रों में अवसरों का विस्तार करना है ताकि व्यापक रणनीतिक साझेदारी मजीद मज़बूत हो सके।
यूएई के अंतरराष्ट्रीय सहयोग के मंत्री नाह्यान भी वरिष्ठ स्तर के प्रतिनिधि समूह के साथ आएंगे। यात्रा के दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बातचीत करेंगे। भारत और यूएई गर्मजोशी, करीबी और बहुआयामी संबंधों का लुत्फ़ उठा रहे हैं जो ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और आर्थिक जुड़ाव पर आधारित है।
भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार साझेदार यूएई हैं और चौथा संबसे बड़ा ऊर्जा निर्यातक है। यह पहला देश था जिसने भारत के रणनीतिक संरक्षण पेट्रोलियम कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस्लामिक सहयोग संघठन की अध्यक्षता में यूएई ने भारत को 46 वीं विदेश मंत्रियों में बैठक में विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था।
यह आयोजन मार्च 2019 में अबू डाभी में हुआ था। पीएम नरेंद्र मोदी ने अगस्त 2015 में संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा की थी। इस दौरान दोनों देशों ने संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी को तक पहुंचाने का निर्णय लिया था। इसके आलावा नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2018 में यूएई की यात्रा की थी।