नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)| घरेलू शेयर बाजार की नजर इस सप्ताह जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों और देश की कुछ बड़ी कंपनियों द्वारा जारी किए जाने वाले पहली तिमाही के नतीजों पर होगी। साथ ही, विदेशी बाजार से मिलने वाले संकेतों, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल के भाव और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल से बाजार को दिशा मिलेगी। वहीं, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों के निवेश रुझानों से भी बाजार की चाल तय होगी।
बीते सप्ताह के आखिर में आम बजट 2019-20 की घोषणाओं पर घरेलू शेयर बाजार की तत्काल प्रतिक्रिया निराशाजनक रही। मगर, इस सप्ताह बजट के समग्र प्रावधानों को समझने के बाद बाजार अपनी प्रतिक्रिया दे सकता है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट 2019-20 शुक्रवार को लोकसभा में पेश किया। भारतीय शेयर बाजार की निगाहें अब संसद के बजट सत्र के दौरान होने वाली चचार्ओं और राजनीतिक घटनाक्रमों पर भी बनी रहेंगी।
इस सप्ताह मंगलवार को देश की प्रमुख आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी यानी टीसीएस चालू वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही, अप्रैल-जून, के अपने नतीजे जारी कर सकती है। वहीं, सप्ताह के आखिर में शुक्रवार एक और बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस अपने तिमाही परिणामों की घोषणा कर सकती है। देश में औद्योगिक उत्पादन के मई महीने के आंकड़े भी शुक्रवार को जारी होने की संभावना है। इसी दिन बीते महीने जून की खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी हो सकते हैं।
हालांकि, सप्ताह के पहले सत्र में सोमवार को घरेलू बाजार पर विदेशी संकेतों का असर रहेगा क्योंकि अमेरिका में गैर-कृषि क्षेत्र में नौकरियों के आंकड़े पिछले सप्ताह के आखिर में जारी हुए जोकि बढ़कर आए हैं। आंकड़ों के अनुसार, जून में अमेरिका में गैर-कृषि क्षेत्र की नौकरियों में 2,24,000 की वृद्धि हुई।
इस सप्ताह अमेरिका समेत दुनिया के अन्य देशों में जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों का भी असर शेयर बाजार पर दिखेगा, लेकिन घरेलू बाजार पर सबसे ज्यादा असर देश में मानसून की प्रगति का रहेगा। मानसून देश के अधिकांश इलाकों में दस्तक दे चुका है, लेकिन पिछले सप्ताह देशभर में मानसूनी बारिश में छह फीसदी की कमी दर्ज की गई।