अफगानिस्तान (afghanistan) में तालिबान (taliban) के नियमित हमलो के बावजूद अमेरिका के विशेष राजदूत जलमय ख़लीलज़ाद सातवें चरण की वार्ता की शुरुआत 29 जून से करेंगे। उन्होंने बैठक के स्थान का ऐलान नहीं किया है।
शनिवार को ख़लीलज़ाद ने ट्वीट कर कहा कि “हम अगले चरण की वार्ता की शुरुआत 29 जून को करेंगे। यह मेरी अफगानी और क़तर की यात्रा पर आधारित होगी। मुझे यकीन है कि सभी पक्ष जल्द प्रगति चाहते हैं।”
काफी लम्बे अरसे से ख़लीलज़ाद तालिबान के साथ शांति समझौते पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं ताकि 19 सालो की अफगानिस्तान की इस जंग का अंत हो सके। राजदूत ने पाकिस्तान की भी यात्रा की थी ताकि अफगान तालिबान को वार्ता के टेबल पर लाने के लिए दबाव बनाया जा सके।
शान्ति की तरफ तीव्रता से बढ़ने का कारण अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री इमरान को लिखा गया पत्र था। इस पत्र में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अफगानी संघर्ष को खत्म करने के लिए पाकिस्तान से सहायता की गुजारिश की थी। तालिबान के नेता मुल्ला हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा द्वारा ईद पर दिए विशेष सन्देश पर जलमय ख़लीलज़ाद ने कहा कि “बयान अन्य अफगानो के साथ वार्ता में शामिल होने के इरादे की महक देता है और एक अंतिम राजनीतिक सुलह जो सकता साझा करने पर आधारित हो।”
शनिवार को तालिबान के नेता ने अपने पिछले बयान पर जोर दिया है कि अफगानी सरजमीं से अमेरिकी सैनिको की वापसी हो और कहा कि “समूह वार्ता के लिए तैयार है लेकिन वह अमेरिका से ईमानदारी की उम्मीद करते है।”
बयान में कहा कि “अफगानी शान्ति प्रक्रिया के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने के लिए हम कार्य करेंगे और दीर्घकालिक शान्ति सुलह पर पहुंचने के लिए प्रयासों को सुनिश्चित करेंगे।