अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शुक्रवार को नागरिको की हताहत से सुरक्षा के लिए योजना को लागू किया है क्योंकि राष्ट्र में चरमपंथी समूह तालिबान के साथ वार्ता का दौर जारी है। अफगानिस्तान के नंगरहार प्रान्त में गुरूवार को ड्रोन हमले की जिम्मेदारी अमेरिका ने की थी। इस हमले में करीब 30 नागरिको की मौत हुई थी।
उन्होंने राष्ट्रपति की जलालाबाद में चुनावी रैली के दौरान नंगरहार की राजधानी में वादा किया था। राष्ट्रपति के चुनावो का दौर समस्त अफगानिस्तान में 28 से सितम्बर से होगा। मंगलवार को तालिबान के प्रमुख वरताकार शेर मोहम्मद अब्बास ने कहा कि “अगर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प बातचीत को दोबारा शुरू करने के लिए तैयार है तो हमारे दरवाजे भी खुले हैं।”
एक सप्ताह पूर्व डोनाल्ड ट्रम्प ने ऐलान किया था कि ट्रम्प की अफगान शनै प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। इस मैंने की सुरुआत में दोनों पक्ष अफगान नागरिक युद्ध को खत्म करने के समझौते के काफी नजदीक आ गए थे।
तालिबान के हमले में एक अमेरिकी सैनिक की मौत हो गयी थी, ट्रम्प ने अनिश्चित बैठक को रद्द कर दिया था। ट्रम्प ने कहा कि “उन्होंने तालिबान के नेताओं और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से रविवार को वार्ता के लिए कैंप डेविड शिविर में वार्ता के लिए आमंत्रित किया था।”
तालिबान के वार्ताकार ने कहा कि “अमेरिकी-तालिबानी वार्ता ही अफगानी सरजमीं पर शान्ति का एकमात्र तरीका है। 23 सितम्बर को आंतरिक अफगान वार्ता को रद्द कर दिया गया है और समझौते को खत्म कर दिया गया है। इसमें संघर्षविराम को लेकर भी वार्ता हो रही थी।”
अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डॉक्टर हम्दुल्लाह मोहिबित ने बीबीसी को बताया कि “तालिबान की ऐसी पैतरेबाजी कामयाब नहीं होंगी। आप आप अफगानिस्तान में शान्ति देखना चाहते हैं तो अफगानी सरकार के साथ सीधा बातचीत करे।”