संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् ने सोमवार को तालिबान के द्वारा एक और वसंत आक्रमण के ऐलान की निंदा की है और कहा कि “यह अफगानी जनता के लिए अत्यधिक कष्टदायक और तबाही वाला होगा। अफगानी जनता अपने मुल्क में शान्ति के मंसूबे रखती है।”
यूएन की मांग
यूएनएससी ने बयान जारी कर कहा कि “इस आक्रमकता परिणाम अफगानी जनता के लिए कष्टदायक और तबाही होगा। सुरक्षा परिषद् के सदस्य अफगानी जनता के देश में स्थिर शान्ति के मज़बूत आकांक्षाओं को मान्यता प्रदान करते हैं। देश में अत्यधिक जंग का ऐलान स्थिर शान्ति के लक्ष्यों हासिल नहीं होने देगा।”
तालिबान ने बीत सप्ताह सालाना वसंत आक्रमण का ऐलान किया था। यह तालिबान के साथ शान्ति वार्ता कर रहे अमेरिका के लिए एक तगड़ा झटका है। 17 वर्षों के युद्ध को समाप्त करने के लिए तालिबान और अमेरिका के अधिकारी पिछले कई महीनो से वार्ता कर रहे हैं।
इस आक्रमण के ऐलान के बाद तालिबान के चरमपंथियों ने कई सरकारी दफ्तरों पर हमला किया है। शुक्रवार को उन्होंने नांगरहार प्रान्त के के शीरज़द जिले में स्थित गवर्नर के दफ्तर के नजदीक आतंकी हमला करने की कोशिश की थी।
तालिबान का फ़तेह अभियान
तालिबान ने फ़तेह अभियान की शुरआत की थी जो पूरे अफगानिस्तान में संचालित किया जायेगा जिसका मकसद आधिपत्य को जड़ से खत्म करना और मुस्लिम राष्ट्र में भ्रष्टाचार व आक्रमण का सफाया करना है।
इसके बाद तालिबान के साथ शान्ति वार्ता कर रहे अमेरिका के विशेष राजदूत जलमय ख़लीलज़ाद ने युद्ध से जूझ रहे देश अफगानिस्तान में हताहत से तत्काल बचने के लिए अफगान सरकार और तालिबान के बीच संघर्षविराम लगाने की घोषणा करने की मांग की है।
जलमय ख़लीलज़ाद ने कहा कि “अफगानिस्तान दशकों की जंग की आग में जल रहा है। हज़ारो मासूम नागरिकों ने अपनी जान गंवाई है। जंग के एक नए मौसम की शुरुआत करने की बजाये अफगानी जनता आगे बढ़ने के नए मार्ग की मांग कर रही है।”