गोवा में चल रहे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के 50वें संस्करण में बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू भी पहुंची थी जहाँ उन्होंने दर्शको से बातचीत की। चर्चा के दौरान, जब एक आदमी ने उनसे अंग्रेजी की जगह हिंदी में बोलने के लिए कहा तो पिंक अभिनेत्री ने उसकी बोलती बंद कर दी। तापसी ने कहा-“क्या यहां हर कोई हिंदी समझता है?” इसके बावजूद भी, आदमी लगातार यह दोहराता रहा कि अभिनेत्री को हिंदी में बोलना चाहिए क्योंकि वह एक बॉलीवुड अभिनेत्री है। इस पर तापसी ने जवाब दिया, “मैं तमिल और तेलुगु उद्योगों में भी एक अभिनेत्री हूं। क्या मैं आपसे तमिल में बात करूं?” फिर वह आदमी बैठ गया।
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अभिनेत्री ने आगे कहा कि कुछ कलाकार उस क्रॉसओवर को सफलतापूर्वक बनाते हैं और वह उस स्थिति को छोड़ना नहीं चाहती हैं। उस बाजार को छोड़ना उनके लिए बहुत बेवकूफी होगी। यह माना जाता है कि हिंदी एक अखिल भारतीय बात है, लेकिन वह ऐसा नहीं सोचती है। वह दक्षिण में काम करना जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि दक्षिण ने उन्हें सिखाया है कि फिल्म-निर्माण क्या है। इसने उन्हें अभिनेता बना दिया। तो उनके पास एक कृतज्ञता का भाव है। उन्होंने कभी भी इसका इस्तेमाल बॉलीवुड में कदम रखने के लिए नहीं किया। दक्षिण भारतीय फिल्मों ने उन्हें सिखाया है कि लाइट क्या है, कैमरा क्या है। वह इसे नहीं छोड़ सकती।
“If you want to be a good audience, walk into a theatre to watch a female centric film, because even if one female centric movie hits the box office, you have triggered atleast 5 female-centric films in the making.” – @taapsee says in her session on ‘Women in Lead’ at #IFFI2019 pic.twitter.com/KPdaZHAHWs
— International Film Festival of India (@IFFIGoa) November 23, 2019
अभिनेत्री से सत्र में कुछ व्यक्तिगत प्रश्न भी पूछे गए लेकिन तापसी ने उन्हें नजरअंदाज़ करना बेहतर समझा। काम के मोर्चे पर, तापसी पन्नू की नवीनतम रिलीज़ ‘सांड की आंखें’ एक बड़ी हिट थी। अभिनेत्री को अब अकर्ष खुराना की ‘रश्मि रॉकेट’ और अनुभव सिन्हा की ‘थप्पड़’ में देखा जाएगा।