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    ताइवान में स्कर्ट चैलेंज

    ताइवान के पुरुषों ने लिंग भेदभाव को सड़कों पर स्कर्ट पहन निकलकर चुनौती दी है और एक नए अभियान की शुरुआत की है। लिंग के प्रति विचारधारा को बदलने और एक अरसे से लंबित पड़े मैरिज बिल यानी विवाह मसौदे के प्रति सजगता को बढ़ाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस समारोह में सभी उम्र के व्यक्तियों ने स्कर्ट पहनी थी।

    ताइवान की सड़क पर स्कर्ट पहने ताइवान के पुरुष। (स्त्रोत: बीबीसी)

    विवाह प्रस्ताव को पारित करने के लिए ताइवान की संसद में शुक्रवार को चर्चा होगी और समलैंगिक विवाह का प्रस्ताव पारित होगा या नहीं इसके बाबत 24 मई को सदन में मतदान होगा। यदि यह प्रस्ताव पारित हो जाता है तो ताइवान ऐसा का पहला राष्ट्र बन जायेगा।

    एक फेसबुक समूह ने लोगो को मिनी स्कर्ट पहनने के लिए प्रोत्साहित किया और यह सप्ताहांत में तस्वीरो को साझा करने के लिए सबसे मशहूर सोशल साइट बन गयी। इसके आलावा नेशनल ताइवान यूनिवर्सिटी और तायपेई के हाई स्कूल में भी समारोह का आयोजन हुआ था। ताइवान न्यूज़ के मुताबिक इस समारोह में लड़कों ने कमीज के साथ स्कर्ट पहनी थी।

    न्यू तायपेई म्युनिसिपल बंकिओ हाई स्कूल ने फेसबुक पर इसका समर्थन किया था। इस स्कूल के मुख्य अध्यापक लाइ चूंजीम ने कहा कि “हम लिंग रूढ़िवादी विचारधारा को तोड़ना और अन्तरो से स्वाभाव का सम्मान करना चाहते हैं,तो हमारी स्कर्ट पहहने वाली टीम का हिस्सा बनिये।”

    स्कूल में स्कर्ट पहने एक पुरुष अध्यापक ने कहा कि “जब मैं फुटबॉल खेल रहा था तब कई छात्रों ने मुझसे पूछा कि तुमने यह क्या अजीब सा पहन रखा है। मैंने कहा कि अगर मुझे इस तरीके के कपड़े पहनना पसंद है तो मुझे कौन रोकेगा। हम सभी को लिंग भेदभाव को तोड़ना चाहिए और अन्तरो का सम्मान करना चाहिए।”

    ताइवान के ऑनलाइन न्यूज़ चैनल फोकस ताइवान ने बताया कि देश में प्रस्ताव पारित होने से पूर्व एलजीबीटी समुदाय में व्याकुलता बढ़ गयी है। नवंबर में हुए जनमत संग्रह में मतदाताओं ने समलैंगिक विवाह का विरोध किया था। समलैंगिक विवाह अब एक जटिल मसला बन रहा है जबकि संवैधानिक अदालत ने पिछली बार कहा कि इस पर प्रतिबंधित लगाना गैरकानूनी है।

    दो-तिहाई से अधिक मतदाता नागरिक कानून के तहत समलैंगिक विवाह की परिभाषा पर रोक लगाना चाहते हैं। ताइवान में समलैंगिक विवाह राष्ट्रपति त्साई इंग वेन के लिए चुनौती बनता जा रहा है क्योंकि उन्होंने चुनावी प्रचार के दौरान विवाह समानता का वादा किया था।

    इस सप्ताह में एक स्कूल के समारोह में शरीक होने पर उन्होंने इशारे में कहा कि जब स्कॉटलैंड के पुरुष स्कर्ट पहन सकते हैं तो ताइवान के पुरुष क्यों नहीं पहन सकते हैं।

    मुख्यभूमि चीन और ताइवान के सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने इस अभियान का समर्थन किया है। चीन के माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ने कहा कि “अधिकतर लोगो को झिझक को दूर रखना और संरचनाओं में अंतर को शर्मिंदा करना चाहिए।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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