ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन इस महीने चार दिन अमेरिका में व्यतीत करेंगी। इससे चीन क्रोधित है और उन्होंने वांशिगटन से त्साई को यात्रा की अनुमति न देने का आग्रह किया है। चीन ने कहा कि ताइवान चीन का एक प्रान्त है और राज्य से राज्य के संबंधों का उसे कोई हक़ नहीं है।
ताइवान के एक संवेदनशील मामला
उन्होंने इसे वांशिगटन के साथ संबंधों का बेहद महत्वपूर्ण और संवेदनशील मामला करार दिया है। अमेरिका के ताइवान के साथ कोई कूटनीतिक सम्बन्ध नहीं है लेकिन वह कूटनीतिक समर्थक और हथियारों का निर्यातक है। ताइवान के उप विदेश मंत्री मिगुएल त्सो और त्साई अमेरिका में दो दिन गुजरेंगे और वे सेंट विन्सेंट, सेंट लुसिया, सेंट किट्स और नेविस और हैती की 11 और 12 जुलाई को यात्रा करेंगी।
यात्रा की इस जानकारी पर अमेरिका अभी कार्य कर रहा है। ताइवान की सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी ने कहा कि त्साई शायद न्यूयॉर्क और डेन्वेर से भी गुजर सकती है। बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि “अमेरिका से चीन आग्रह करता है कि त्साई इंग को यात्रा की अनुमति न दे और ताइवान से सम्बंधित मामलो को सावधानीपूर्वक और उचित रूप से संभाले ताकि अमेरिका-सिनो संबंधों को कोई नुक्सान न पंहुचे और ताइवान जलमार्ग पर शान्ति और स्थिरता कायम रहे।”
त्साई को अमेरिकी यात्रा की अनुमति न दे
उन्होंने कहा कि “चीन ने अमेरिका के समक्ष अपनी चिंता का इजहार लकर दिया है और कड़ी प्रतिक्रिया दी है।” चीन के दबाव के बावजूद ताइवान अपने कूटनीतिक गठबंधनों के विस्तार का प्रयास कर रहा है। चीन ने ताइवान के कुछ कूटनीतिक साझेदारों को छीन लिया है इसमें कैरिबिया और लैटिन अमेरिकी देश शामिल है।
चार कैरिबिया के सहयोगी ऐसे ही विचारों को साझा करेंगे। इस यात्रा की थीम “स्वतंत्रता, लोकतंत्र और सतत शासन है।” उन्होंने कहा कि वह हैती की यात्रा करेंगे। हैती में अशांति का माहौल बरक़रार है। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति जोवेनेल मोइसे को हटाने की मांग कर रहे हैं, जो एक कारोबारी थे और साल 2017 में उन्होंने सत्ता की बागडोर संभाली थी।
त्साई ने निरंतर चीन के खतरे से ताइवान के लोकतंत्र को बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन की मांग की थी। वह आखिरी बार मार्च में अमेरिका गयी थी और पैसिफिक यात्रा के अंत में हवाई में रुकी थी। ताइवान के क्षेत्र में बीजिंग निरनतफर एयरक्राफ्ट और जहाजों को भेजता रहता है। ताइवान के सिर्फ 17 देशों के साथ औपचारिक सम्बन्ध है और यह सभी देश मध्य अमेरिका व पैसिफिक के छोटे देश है।