नई दिल्ली, 8 मई (आईएएनएस)| भारत में ताइवान के राजदूत तिएन चुंग-क्वांग ने बुधवार को कहा कि ताइवान एक्सपो से भारत के साथ व्यापारिक-सांस्कृतिक सहयोग बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि पिछले साल पहली बार आयोजित ताइवान एक्सपो में दोनों देशों के कारोबारियों के बीच 12 करोड़ अमेरिकी डॉलर के व्यापारिक समझौते हुए थे और इस बार इसमें कम से कम 20 फीसदी की वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।
भारत और ताइवान के बीच व्यापारिक व सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देने के मकसद से नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में 16 से 18 मई के बीच तीन दिवसीय ताइवान एक्सपो के दूसरे संस्करण का आयोजन होने जा रहा है।
तिएन चुंग-क्वांग ने कहा कि पिछले साल पहली बार आयोजित ताइवान एक्सपो में दोनों देशों के कारोबारियों के बीच 12 करोड़ अमेरिकी डॉलर के व्यापारिक समझौते हुए थे और इस बार इसमें कम से कम 20 फीसदी की वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल करीब 80,000 लोग एक्सपो में पहुंचे थे और इस बार आगंतुकों की तादाद ज्यादा होगी क्योंकि इस साल एक्सपो में भारत और ताइवान के बीच पर्यटन और सांस्कृतिक आदान प्रदान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
ब्यूरो ऑफ फॉरेन ट्रेड (एमओईए) और ताइवान की प्रमुख व्यापार विकास संस्था ताइवान एक्सटनर्ल ट्रेड डेवलपमेंट काउंसिल (टीएआईटीआरए) की ओर से आयोजित इस एक्सपो का आगाज प्रगित मैदान में 16 मई को होगा और यह समापन 18 मई तक चलेगा।
टीएआईटीआरए की उप कायकारी निदेशक करेन पई ने कहा, “हम भारत जैसी विशाल आबादी वाले देश में व्यापार की अपार संभावना देखते हैं और कृषि से लेकर स्मार्ट सिटी परियोजना तक प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में हम भारत को अपने साझेदार के रूप में देखते हैं।”
उन्होंने कहा कि एक्सपो के दौरान भारत और ताइवान के कारोबारियों को एक दूसरे के संपर्क में आने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि पिछले साल आयोजित पहले एक्सपो का तजुर्बा अच्छा रहा है और इस बार और बेहतर रहने की उम्मीद है क्योंकि इस बार सांस्कृतिक आदान-प्रदान को विशेष तवज्जो दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत ताइवान का 16वां सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार है और पिछले साल 2018 में दोनों देशों के बीच कुल सात अरब डॉलर का कारोबार हुआ था, जोकि 2017 के मुकाबले 11 फीसदी अधिक और पिछले पांच वर्षो में सर्वाधिक है।