तमिलनाडु और कर्नाटक में इस साल 27 नवंबर से एक दिसंबर के बीच कुल 440 मेगावाट (एमबी) क्षमता के परमाणु ऊर्जा संयंत्र शुरू हो सकते हैं। पॉवर सिस्टम ऑपरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पोसोको) ने यह जानकारी दी। दोनों ऊर्जा संयंत्र 220-220 एमबी के हैं और भारत के न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) के अंतर्गत आते हैं।
पोसोको ने कहा कि पहली इकाई कर्नाटक में काइगा जनरेटिंग स्टेशन में 220 एमबी की तीसरी इकाई है। दोबारा शुरू हो रही इकाई में उत्पादन पांच नवंबर 2019 को बंद हो गया था।
वहीं मद्रास परमाणु ऊर्जा स्टेशन (मैप्स) में 30 जनवरी 2018 को बंद की गई पहली 220 इकाई के एक दिसंबर को दोबारा उत्पादन शुरू किए जाने की संभावना है।
एमएनपीसीआईएल की 220 एमबी की दो इकाइयां एमएपीएस में और 220 एमबी की चार इकाइयां काइगा जनरेटिंग स्टेशन में हैं।