इस साल मई में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के दाइश मॉड्यूल द्वारा तमिलनाडु और केरल में कथित तौर पर साजिश रचने के एक मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को दो स्थानों पर छापे मारे। दिल्ली में एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि आतंकवाद-रोधी जांच एजेंसी ने एनआईए की विशेष अदालत द्वारा जारी वारंट के आधार पर तमिलनाडु के तंजावुर जिले और तिरुचिरापल्ली शहर में दो स्थानों पर छापेमारी की।
अधिकारी ने कहा कि यह छापेमारी गिरफ्तार आरोपियों के दो सहयोगियों तंजावुर निवासी अलाउदीन और तिरुचिरापल्ली निवासी एस. सरफुदीन के घर की तलाशी ली गई।
एजेंसी ने परिसर से कई दस्तावेजों के साथ दो लैपटॉप, छह मोबाइल फोन, 11 सिम कार्ड, एक पेन ड्राइव, एक हार्ड डिस्क, एक मेमॉरी कार्ड, पांच सीडी/डीवीडी, एक कुल्हाड़ी जब्त की। इन सभी वस्तुओं को एनआईए की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके अलावा, डिजिटल डिवाइसों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।
प्रवक्ता ने यह भी कहा, “गिरफ्तार आरोपियों के साथ किसी भी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल होने के अलावा आईएसआईएस/दाइश के उद्देश्यों को पूरा करने के उद्देश्य से संदिग्धों की जांच की जा रही है।”
एनआईए ने इस साल 30 मई को स्वत: संज्ञान लेते हुए कोयम्बटूर के छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जांच एजेंसी को सूचना मिली थी कि आरोपी व्यक्ति और उनके सहयोगी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस/दाइश की विचारधारा को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित कर युवाओं को संगठन में भर्ती होने और केरल व तमिलनाडु में हमले कराने को लेकर उकसा रहे हैं।
अधिकारी ने कहा कि यह भी पता चला कि भारत में आईएसआईएस/दाइश के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए कुछ आरोपी व्यक्ति और उनके सहयोगी, श्रीलंकाई आईएसआईएस/दाइश नेता जाहरान हाशिम और उसके साथियों को सोशल मीडिया पर फॉलो करते थे।