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    1984 में हुए सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए गठित जस्टिस ढींगरा कमीशन की आई ताजा रिपोर्ट पर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि ढींगरा आयोग की रिपोर्ट से सच्चाई सामने आई है कि कांग्रेस का हाथ सिखों का कत्लेआम करने वालों के साथ रहा।

    उन्होंने कहा कि 1984 में जो कुछ हुआ वह दंगा नहीं बल्कि नरसंहार था, क्योंकि कत्लेआम सिर्फ एक तरफ से हुआ।

    पार्टी मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, “जस्टिस ढींगरा कमीशन ने अपनी जो रिपोर्ट दी है उसमें सच्चाई सामने आई है। आयोग ने रिपोर्ट में साफ किया है कि 1984 के सिख नरसंहार के दोषियों पर कांग्रेस ने कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि दोषियों को संरक्षण देने का काम किया।”

    रिपोर्ट पर सरकार का अगला कदम क्या होगा, प्रेस कांफ्रेंस में आईएएनएस के इस सवाल पर जावड़ेकर ने कहा, “सरकार की तरफ से सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट में कहा है कि रिपोर्ट पर कार्रवाई होगी।” उन्होंने बताया है कि सरकार इस रिपोर्ट को मान्यता देती है।

    जावड़ेकर ने आगे कहा, “इस रिपोर्ट में दो-तीन प्रमुख बातें सामने आईं हैं। रिपोर्ट में मुख्य निष्कर्ष ये है कि इस नरसंहार की सही जांच हुई ही नहीं। जिसमें करीब 3000 सिखों को जिंदा जलाया गया, उनके घरों को लूटा गया, जलाया गया और तब के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा कि जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है, इस तरह का बयान देकर राजीव गांधी ने इसका समर्थन किया था। तीन हजार सिखों का कत्लेआम हुआ। इससे ये साफ पता चलता है कि कांग्रेस का हाथ कत्ल करने वालों के साथ रहा।”

    प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि ढींगरा कमीशन की रिपोर्ट में कई उदाहरणों के जरिए सिखों के नरसंहार की कहानी बयान की गई है।

    उन्होंने कहा, “रिपोर्ट में एक उदाहरण देते हुए कहा गया है कि सुल्तानपुर में दंगों से संबंधित करीब 500 घटनाएं हुईं। इसमें सैकड़ों लोग मारे गए, घर जलाए गए, लूटपाट हुई। लेकिन 500 घटनाओं की सिर्फ एक ही एफआईआर हुई और एक एफआईआर की जांच के लिए सिर्फ एक ही कर्मचारी लगाया गया।”

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