सूत्रों के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी को भारत के दौरे पर आएंगे। भारत डोनाल्ड ट्रम्प कर स्वागत के लिए तत्पर है।
भारत में अमेरिकी राजदूत ने कहा कि राष्ट्रपति रिश्तों को मजबूत करने की प्रतिबध्दता के लिए इस समारोह में शिरकत कर सकते हैं। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी भी गणतंत्र दिवस के समारोह में भारत आये थे जहाँ उन्हें गॉड ऑफ ओनर के सम्मान से नवाजा गया था।
हाल ही में भारत और अमेरिका के बीच हुई 2+2 वार्ता में भारत ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से इस समारोह में शामिल होने के लिए जल्दी जवाब देने को कहा था ताकि राष्ट्रपति के न कहने पर किसी अन्य नेता को आमंत्रित किया जा सके। भारतीय प्रशासन ट्रम्प कंपनी से अगले कुछ हफ्तों में जवाब की अपेक्षा कर रहा है।
कूटनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प का गणतंत्र दिवस में भारत दौरा करना इस बात पर निर्भर करेगा कि वह नई दिल्ली के साथ संबंधों को मज़बूत करने के लिए कितने प्रतिबध्द है।
अमरीकी राजदूत ने कहा कि राज्यों के संघ को संबोधित करने के कारण राष्ट्रपति के लिए अभी देश से बाहर आना संभव नहीं हैं।
सूत्रों के अनुसार इस समारोह में शिरकत करने के लिए उन्हें तैयारी करनी होगी लेकिन बराक ओबामा ने साल 2015 में इसे संभव किया है।
अमेरिकी वाणिज्य सचिव ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रम्प जल्द ही भारत का दौरा कर सकते हैं। हालांकि संभव है कि राजनीतिक कारणों से वह कांग्रेस के खिलाफ जाए और राज्यों के साथ वार्ता का समय भी है।
अलबत्ता उम्मीद है कि वह दौरा करेंगे। राज्यों को संबोधित करना राजनीतिक लिहाज से कांग्रेस का सबसे महत्वपूर्ण आयोजन है जो अमेरिकी संविधान से जुड़ा हुआ है।
सूत्रों की मुताबिक यदि अमेरिकी राष्ट्रपति किसी कारण सामारोह में शिरकत करने से मना कर देते है तो भारत मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द जगनौथ को गणतंत्र दिवस में आमंत्रित कर सकता है। वह 26 जनवरी से एक सप्ताह पूर्व भरे में प्रवासी भारतीय दिवस के आयोंजन में नई दिल्ली आएंगे।
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प जल्द ही भारत की यात्रा करेंगे। हालांकि इस बात पर संशय है कि वह इस वर्ष भारत यात्रा पर आएंगे या अगले वर्ष दौरा करेंगे।