अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में गणतंत्र दिवस में शरीक होने का भारत का आमंत्रण अस्वीकार कर दिया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका के साथ बातचीत जारी है कि राष्ट्रपति भारत की यात्रा पर आयेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि दोनों देशों के मध्य डोनाल्ड ट्रम्प के भारत दौरे पर आने के बाबत बातचीत जारी है।
वाइट हाउस ने कहा था कि डोनाल्ड ट्रम्प का जनवरी में मशरूफ होने के कारण वह भारत के समरोह में शरीक नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते वर्ष अमेरिका के यात्रा के दौरान राष्ट्रोपति डोनाल्ड ट्रम्प को द्विपक्षीय संबंधो के बाबत बातचीत के लिए और गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था।
उन्होंने कहा कि भारत के गणतंत्र दिवस समारोह के समय सालाना आयोजन स्टेट ऑफ़ यूनियन को संबोधित करना है। यह संबोधन हर साल जनवरी के आखिरी सप्ताह या फ़रवरी के पहले सप्ताह में आयोजित किया जाता है। उन्होंने कहा कि द्नाल्ड ट्रम्प भारत और अमेरिका के रिश्ते मजबूत बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है।
वाइट हाउस के प्रवक्ता ने बताया कि नरेन्द्र मोदी और डोनाल्ड ट्रम्प के मध्य दो बैठके और कई बार फोने पर बातचीत हो चुकी है और दोनों सदैव रिश्तों को मज़बूत करने के पक्षधर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति सबसे पहले मौका मिलते ही प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए भारत के दौरे पर जायेंगे।
नरेन्द्र मोदी और डोनाल्ड ट्रम्प 30 नवम्बर और 1 दिसम्बर को ऐर्जेटिना में आयोजित जी-20 के सम्मेलन में शरीक होंगे। संभव है की इस आयोजन के बाद दोनों राष्ट्रों के प्रमुख मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों के बाबत बातचीत करे। भारत प्रत्येक वर्ष दुनिया के नेताओं को गणतंत्र दिवस के समारोह में आमंत्रित करता है।
साल 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा गणतंत्र दिवस के समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर सम्मिलित हुए थे। इस वर्ष के समरोह में आसियन देशों के 10 नेताओं ने शिरकत की थी।