अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से शुक्रवार को कहा कि अमेरिका के चुनावो में हस्तक्षेप न करे। इस स्कैंडल पर दो साल तक जांच जारी थी कि रूस ने साल 2016 के राष्ट्रपति चुनावों में दखलंदाज़ी की थी या नहीं।
रिपोर्टर के पूछने पर कि क्या पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक में इस मुद्दे को उठाया जायेगा तो डोनाल्ड ट्रम्प ने जवाब दिया कि “हाँ, बिल्कुल, मैं करूँगा।” ट्रम्प इसके बाद पुतिन को इंगित करने के लिए उनकी तरफ दो बार मुड़े, हालाँकि रुसी नेता ने एक हल्की सी मुस्कान को कायम रखा था।
ट्रम्प ने कहा कि “उनकी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बेहद, बेहद अच्छीं दोस्ती है।” दोनों नेताओं ने जी-20 के सम्मेलन के इतर बातचीत की थी। उन्होंने कहा कि “राष्ट्रपति पुतिन के साथ होना बेहद सम्मानजनक है। हमारे बीच बेहद उम्दा सम्बन्ध है।”
साल 2018 में दोनों नेताओं के बीच हेलसिंकी में मुलाकात हुई थी। जी-20 सम्मेलन की मेज़बानी ओसाका में जापान कर रहा है। बीते वर्ष जुलाई में हेलसिंकी में उच्च स्तर की मुलाकात के बाद यह दोनों नेताओं के बीच पहली द्विपक्षीय मुलाकात है।
दोनों देशों के बीच संबंधों में काफी मतभेद थे और इसलिए दोनों की मुलाकात का बेसब्री से इन्तजार किया जा रहा है। ट्रम्प और शी ने बीते वर्ष दिसंबर में बुएनोस एरेस में मुलाकात की थी। आगामी वार्ता में चीन की टेलीकॉम कंपनी हुआवेई पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बाबत भी बातचीत की जा सकती है।
भारत ,जापान, मेक्सिको और यूरोपी संघ राष्ट्रों के साथ भी ट्रम्प प्रशासन के व्यापार से सम्बंधित मसले हैं। ट्रम्प विश्व के आठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। इसमें सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस, तुर्की के राष्ट्रपति और रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शामिल है ताकि ईरान पर प्रतिबंधों के समर्थन को जीत सके।