अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा से मुलाकात की थी। पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान के साथ अमेरिका की यात्रा पर बाजवा और इंटर सर्विस इंटेलिजेंस के अध्यक्ष फैज़ अहमद भी थे।
आला अधिकारीयों की मुलाकात
यह पहली बार है जब पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री के साथ देश के आला जनरल ने अधिकारिक बैठक में शिरकत की थी। बाजवा ने कार्यकारी रक्षा सचिव रिचर्ड वी स्पेंसर, जॉइंट चीफ ऑफ़ स्टाफ मार्क मिल्ले और अन्य आला अधिकारीयों ने पेंटागन में बातचीत की थी।
बैठक के दौरान ट्रम्प और खान ने व्यापक मसलो पर चर्चा की थी, इसमें आतंकवाद का अंत, रक्षा, उर्जा और व्यापार शामिल है। ट्रम्प ने इमरान खान से पाकिस्तान में सभी आतंकवादी समूहों के संचालन को रोकने के लिए हैं। दोनों नेताओं के बीच कश्मीर और अफगानिस्तान को लेकर भी बातचीत हुई थी।
डोनाल्ड ट्रम्प और और पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान की सोमवार को व्हाइट हाउस में मुलाकात हुई थी। बयान के मुताबिक, यह महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान सभी आतंकी समूहों के खिलाफ एक बार ठोस कार्रवाई करे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने यह भी कहा कि “अमेरिका की सैनिको के अफगानी सरजमीं से बाहर निकलने के बाद, अफगानिस्तान की स्थिरता में पाकिस्तान एक अहम भूमिका अदा कर सकता है। साथ ही पाकिस्तान की अरबो की सैन्य सहायता को बहाल किया जा सकता है और यह हमारे कार्य करने पर निर्भर करता है।”
इस दिन की शुरुआत में ट्रम्प ने कहा था कि मोदी ने उनसे मध्यस्थता करने का आग्रह किया था डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि “दो हफ्ते पहले मैं प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के साथ था और हमने इस विषय पर बातचीत की थी। उन्होंने वाकई कहा था कि आपको एक मध्यस्थ्ताकार बनना चाहिए। मैंने पूछा कहा? उन्होंने कहा कश्मीर क्योंकि इस मामले को लटके हुए सालो हो गए हैं। मैं सुनकर हैरत में आ गया कि कितने वर्षों से यह ममला चल रहा है।”