अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आज वियतनाम में हो रहे एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग सम्मलेन में बोलते हुए तेजी से भारत में हो रहे विकास की सराहना की। इसके लिए ट्रम्प ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी।
वियतनाम में इस समय एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग सम्मलेन हो रहा है जिसमे दुनियाभर के नेता और व्यापारी शामिल हुए हैं। डोनाल्ड ट्रम्प सीधे चीन से वियतनाम पहुंचे हैं।
अपने भाषण में ट्रम्प ने भारत के बारे में बोलते हुए कहा कि हाल ही में भारत में अपना 70 वा स्वतंत्र दिवस मनाया था। उन्होंने कहा कि 1.3 अरब लोगों वाला भारत विश्व का सबसे बड़ा और मजबूत लोकतंत्र है।
भारत के विकास पर ट्रम्प ने कहा, ‘जब से भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था के लिए वैश्वीकरण अपनाया है, तब से भारत में तेजी से विकास हुआ है और इसमें रह रहे मध्य वर्गीय लोगों के लिए अपार अवसर पैदा हुआ हैं।’
नरेंद्र मोदी की बड़ाई करते हुए ट्रम्प ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी पुरे देश को एक करने के लिए बड़ी तेजी से काम कर रहे हैं। और इसमें वह काफी सफल रहे हैं।’
इस दौरान डोनाल्ड ट्रम्प ने एशियाई छेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए सभी देशों से मित्रता का हाथ बढ़ाया। उन्होंने कहा, ‘हम सभी लम्बे समय से इंडो-पैसिफिक छेत्र में साथी रहे हैं। यहाँ बढ़ते व्यापार और अवसर की वजह से यहाँ विकास बड़ी तेजी से हो रहा है।’
ट्रम्प के इस भाषण के बाद यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रशांत महासागर छेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे को देखते हुए ट्रम्प ने वियतनाम जैसे देशों को अपने से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा ट्रम्प पैसिफिक चतुर्भुज यानी अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत साझेदारी को मजबूत करना चाहते हैं।
हाल ही में दक्षिणी चीन सागर और आसपास के इलाकों में चीन की मनमानी देखने को मिली है। इस कारन से वियतनाम, जापान और अन्य देश परेशान हैं। हालाँकि निकट समय में अमेरिका को इससे कोई खतरा नहीं है, लेकिन भविष्य में भी अमेरिका चीन को बढ़ते हुए नहीं देखा सकता है।
इस कारन से अभी से ही अमेरिका ने मजबूत देशों को अपने से जोड़ना शुरू कर दिया है। भारत और जापान मिलकर अफ्रीका में भारी मात्रा में निवेश कर रहे हैं। इसमें अमेरिका भी अपना समर्थन देना चाहता है।