द वांशिगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या करने के कारण सऊदी अरब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचनाएं झेल रहा है। इस घटना के कारण सऊदी अरब और अमेरिका के रिश्तों में तल्खियां भी आई हैं।
व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनके तुर्की समकक्षी रिच्चप तैयप्प एर्डोगन ने पत्रकार की हत्या पर किस प्रकार प्रतिक्रिया देने के बाबत चर्चा की थी।
व्हाइट हाउस ने बताया कि शनिवार को पेरिस में प्रथम विश्व युद्ध कर दौरान भोजन के समय डोनाल्ड ट्रुम्प और रिच्चप तैयप्प एर्डोगन ने बातचीत की थी। तुर्की के इस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के दूतावास में पत्रकार की हत्या की गई थी। सऊदी अरब ने इस गुनाह को कबूल कर कहा कि पत्रकार को मौत पूछताछ के दौरान हुई थी जबकि तुर्की के मुताबिक सऊदी अरब से 15 लोगों की एक टीम पत्रकार की हत्या करने दूतावास आयी थी।
आगामी सप्ताह तक पत्रकार की मृत्यु पर डोनाल्ड ट्रम्प सऊदी अरब को झटका दे सकते हैं। उन्होंने 7 नवंबर को कहा था कि वह तुर्की, सऊदी अरब और कांग्रेस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और जल्द ही उसके बाबत जानकारी देंगे।
तुर्की के राष्ट्रपति ने पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के सबूत ऑडियो रिकॉर्डिंग के राष्ट्रों को सौंपने की बात कही थी। रिच्चप तैयप्प ने कहा था कि पत्रकार की हत्या के सबूत ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ को सौंप चुके हैं।